
जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। किस्टाराम इलाके में नक्सलियों के होने की सूचना के बाद डीआरजी और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने यहां सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया था। इस मुठभेड़ में दो हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं। इनमें एक महिला और एक पुरुष हैं। इनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं।
सुरक्षाबलों ने एक नदी के पास घेराबंदी की थी। इस दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की। जानकारी के मुताबिक सुबह से दोनों ओर से रुक-रुककर फायरिंग जारी है। सुरक्षाबलों ने किस्टाराम इलाके में सघन सर्चिंग ऑपरेशन चलाया है। इस मुठभेड़ के साथ ही इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में 83 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 67 सुकमा समेत सात जिलों वाले बस्तर संभाग में मारे गए।
सुकमा में सात नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
शुक्रवार को सुकमा जिले में कुल 32 लाख रुपये के इनामी सात नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से तीन नक्सलियों के खिलाफ 2020 में मिनपा गांव में तथा 2021 में टेकलगुडा गांव में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल होने का आरोप है।
नक्सल सहयोगी रघु मिडियामी गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छत्तीसगढ़ नक्सली फंडिंग मामले में प्रतिबंधित सीपीआइ नक्सल संगठन से जुड़े एक फ्रंटल संगठन के शीर्ष नेता रघु मिडियामी को शुक्रवार को दंतेवाड़ा से गिरफ्तार किया है।मूलवासी बचाओ मंच (एमबीएम) के नेता रघु मिडियामी को गुरुवार को एनआईए ने आरसी-02/2023/एनआईए/आरपीआर मामले में हिरासत में लिया। एनआईए की जांच के अनुसार रघु मिडियामी सीपीआइ के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के लिए स्थानीय स्तर पर फंडिंग के लिए नोडल व्यक्ति था। मामले में आगे की जांच जारी है। एडिशनल एसपी दंतेवाड़ा आरके बर्मन ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते बताया कि एनआइए को मिले इनपुट के आधार पर उसे धर दबोचा गया। मूलवासी बचाओ मंच पर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी प्रतिबंध लगा रखा है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इससे पहले नवंबर 2023 में मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल किया था।