दहेज

दुर्ग, छत्तीसगढ के कबीरधाम जिले में शादी के दिन दहेज में कार की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हे और उसके परिवार ने फेरे रुकवा दिए। इसके बाद वह बरात वापस ले गए। लड़की की रिपोर्ट पर पुलिस ने दूल्हे सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला कबीरधाम जिले के बोड़ला थाना क्षेत्र के एक गांव का है।आरोपी दूल्हे का नाम भगवान दास मानिकपुरी है, जो सीआरपीएफ (CRPF) के कोबरा बटालियन का जवान है और झारखंड में पदस्थ है। इसके अलावा दूल्हा के परिवार के घुरवादास मानिकपुरी, मोनुदास मानिकपुरी समेत अन्य लोगों के खिलाफ BNS की धारा 115(2), 296, 3(5), 351(2), 85 के तहत मामला दर्ज किया है।
मिली जानकारी अनुसार, जिले के पांडातराई थाना क्षेत्र के ग्राम चारभांठा निवासी आरोपी दूल्हा भगवान दास मानिकपुरी के साथ लड़की की 26 नवंबर 2024 को सगाई हुई थी। इसके बाद 11 अप्रैल को विवाह की तारीख तय हुई। सगाई के बाद से भगवान दास के साथ लड़की मोबाइल से बात करती थी।
इस दौरान आरोपी भगवान दास दहेज में कार समेत अन्य समान के संबंध में बोलते रहता था। तुम्हारे घर के लोग बहुत संपन्न है। मुझे कार, एसी, सोने चांदी के जेवर आसानी से दे सकते हैं, बोलता था। लड़की ने इसे मजाकिया तौर में बात कर रहे हैं, सोचकर टालती रहती थी।
भगवान दास द्वारा दहेज में कार के लिए बार-बार बोलने की बात को लड़की ने अपने परिवार वालों को बताई थी। 11 अप्रैल को जब बरात लड़की के घर पहुंची तो दूल्हे को दहेज में कार नहीं दिखी। जिसपर उसने लड़की से जानकारी ली तो पता चला कि कार के एवज में स्कूटी दी जा रही है। इस पर दूल्हा ने लड़की के साथ विवाद शुरू कर दिया और मारपीट की। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर लड़की ने अपने परिवार के लोगों को बताया। लड़की के परिवार के लोगों ने दूल्हा और उसके परिजन से बात की, जिसपर कार की डिमांड की गई। विवाद बढ़ता गया और दूल्हा पक्ष ने मारपीट की।
दूल्हे ने शादी नहीं करने की बात को लेकर बरात को वापस ले गया। फिलहाल, इस मामले में लड़की के आवेदन पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आज सोमवार तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।