कानून व्यवस्था

CBI; रेलवे के अधिकारी समेत चार गिरफ्तार, 32 लाख रुपये की रिश्वत ले रहे थे

रिश्वत

रायपुर, सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य अभियंता और तीन अन्य लोगों को 32 लाख रुपये की रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपी अफसर अंय आरोपियों के साथ मिलकर SECR में ठेकेदार फर्म द्वारा निष्पादित अनुबंधों और कार्य आदेशों में फर्म का पक्ष लेने के लिए रिश्वत ले रहे थे।

भारतीय रेलवे इंजीनियर्स सेवा के 2000 बैच के अधिकारी मुख्य अभियंता विशाल आनंद, उनकी ओर से रिश्वत लेने वाले उनके भाई कुणाल, झाझरिया निर्माण लिमिटेड के एमडी सुशील झाझरिया और कंपनी के कर्मचारी मनोज पाठक को गिरफ्तार किया।   पाठक ने रिश्वत की रकम आनंद के रिश्तेदार के जरिये उस तक भेजी थी।  

सीबीआई ने आनंद और झाझरिया निर्माण लिमिटेड सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद यह कार्रवाई की। इस मामले बिलासपुर और रांची सहित कई स्थानों पर तलाशी ली गई। आनंद ने अपने भाई कुणाल को रांची में उसकी ओर से रिश्वत लेने भेजा था।  झाझरिया निर्माण लिमिटेड SECR में छोटे और बड़े पुलों, रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे अंडरब्रिज, क्षमता वृद्धि कार्य और ट्रैक लाइनिंग कार्य के निर्माण में शामिल था।

झाझरिया और आनंद कथित तौर पर 21 अप्रैल को बिलासपुर में आनंद के कार्यालय में मिले और यह तय किया गया कि फर्म के पक्ष में लंबित मामलों को अंतिम रूप देने के लिए रांची में कुणाल को रिश्वत की रकम पहुंचाई जाएगी। झाझरिया ने अपने कर्मचारी पाठक को रांची में अधिकारी के एक रिश्तेदार को रकम पहुंचाने का निर्देश दिया। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी  को उसके परिवार के सदस्य द्वारा निजी फर्म से संबंधित एक अन्य आरोपी से रिश्वत की रकम लेते रेंज हाथों  पकड़ लिया।

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