
रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के शिक्षकों को एक बड़ी सौगात दी है। राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यरत कुल 2798 शिक्षकों को प्राचार्य (उच्चतर माध्यमिक विद्यालय) के पद पर पदोन्नति प्रदान की गई है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय नवा रायपुर द्वारा आधिकारिक आदेश जारी कर दिया गया है। हाईकोर्ट द्वारा स्टे हटाए जाने के बाद तत्काल आदेश जारी किया गया है।
जारी आदेश के अनुसार, 1320 व्याख्याता, व्याख्याता (एल.बी.) और प्रधान पाठक (माध्यमिक शाला) को पदोन्नत कर प्राचार्य (उच्चतर माध्यमिक विद्यालय) बनाया गया है। इसी तरह 1478 ई-संवर्ग के व्याख्याता, व्याख्याता (एल.बी.) एवं प्रधान पाठक (माध्यमिक शाला) को भी प्राचार्य के पद पर पदोन्नति दी गई है।
आदेश की प्रमुख बातें:
- आदेश करीब 50 पृष्ठों में जारी किया गया है।
- इसमें 1320 व्याख्याता, व्याख्याता (एल.बी.) और प्रधान पाठक (माध्यमिक शाला) को प्राचार्य पद पर पदोन्नति दी गई है।
- वहीं 1478 ई-संवर्ग के व्याख्याता, व्याख्याता (एल.बी.) एवं प्रधान पाठक (माध्यमिक शाला) को भी प्राचार्य बनाया गया है।लंबे इंतजार के बाद मिली राहत
यह पदोन्नति आदेश उन शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत और सम्मान की तरह है, जो कई वर्षों से अपने हक के लिए संघर्षरत थे। हाईकोर्ट के स्टे के चलते मामला अटका हुआ था, लेकिन अब फैसला शिक्षकों के पक्ष में आने के बाद विभाग ने तत्परता से पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण की।
शिक्षकों में खुशी की लहर
प्राचार्य पद की पदोन्नति मिलने के बाद राज्य भर के शिक्षकों में खुशी की लहर है। इस फैसले से न केवल शिक्षक वर्ग का मनोबल बढ़ा है, बल्कि स्कूल शिक्षा व्यवस्था को भी एक नई गति मिलने की उम्मीद है।