PADDY; मिलर्स को डीओ जारी नहीं, केन्द्रों में धान जाम होने से किसान चिंतित,खरीदी प्रभावित होने की आंशका

17 लाख किसानों से धान खरीदने एक माह का समय बाकी, सरकार को कोई चिंता नहीं
रायपुर, प्रदेश में समर्थन मूल्य पर चल रहे धान खरीदी महाअभियान की अव्यवस्थित एवं धीमी गति से किसानों की चिंता बढती जा रही है। अभी तक करीब 10 लाख किसानों से 50 लाख मी. टन धान की खरीदी हुई है। जबकि और 17 लाख किसानों से धान खरीदना बाकी है। 31 जनवरी 2026 तक धान खरीदी की जाएगी। जबकि टोकन का झंझट भी किसानों को झेलना पड रहा है।
मिलर्स को धान उठाव के लिए डीओ जारी नहीं किया जा रहा है। उपार्जन केन्द्रों में धान जाम हो गया है और धान खरीदी प्रभावित होने की आंशका बढ गई है। जबकि और 22 से 25 दिन धान खरीदी जाएगी। ऐसे में किसानों की चिंता बढना लाजिमी है। बता दें हफ्ते में 5 दिन ही धान खरीदी जाती है , बशर्ते किसान टोकन कटा लिया हो।
महज 40 प्रतिशत का ही परिवहन
मसलन रायपुर जिले में केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा खरोरा के अंतर्गत बनाये गये 16 धान खरीदी केन्द्रों में से अधिकांश में प्रभावी परिवहन नहीं होने के कारण धान जाम हो गया है जिससे कभी भी खरीदी प्रभावित होने की आंशका है। बीते 23 दिसंबर तक खरीदे गये कुल धान लगभग 3 लाख क्विंटल में से महज 40 प्रतिशत का ही परिवहन हो पाया है और शेष लगभग 2 लाख क्विंटल धान का उठाव बाकी है । सर्वाधिक धान तकरीबन 30 हजार क्विंटल बुड़ेनी में जाम है तो सबसे कम धान बुडेरा में लगभग 2 हजार क्विंटल उठाव हेतु शेष है ।
किसानों ने बताया कि बुड़ेनी में खरीदे गये धान मे से महज 3 सौ क्विंटल का ही उठाव हो पाया है और यहां उठाव महज 01 प्रतिशत ही हुआ है । कुम्हारी में खरीदे गये लगभग 23 हजार क्विंटल धान में से महज 25 सौ क्विंटल धान का ही परिवहन हो पाया है जो खरीदे गये धान का महज 12 प्रतिशत ही है और लगभग 20 हजार क्विंटल धान जाम है। फरहदा में खरीदे गये तकरीबन 28 हजार क्विंटल धान में से लगभग 20 हजार क्विंटल धान का उठाव होना बाकी है और उठाव का प्रतिशत महज 30 है ।
अड़सेना में खरीदे गये 21 हजार क्विंटल धान में से महज 10 प्रतिशत का ही उठाव हो पाया है और करीब 18 हजार क्विंटल धान उठाव के इंतजार में है । पचरी में खरीदे गये 25 हजार क्विंटल धान में से सिर्फ 25 प्रतिशत का ही परिवहन हुआ है और लगभग 19 हजार क्विंटल परिवहन हेतु प्रतीक्षारत है । बंगोली में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल धान में से सिर्फ 05 प्रतिशत को ही अब तक उठवा पाने में विपणन संघ सफल रहा है और लगभग 16 हजार क्विंटल धान जाम है ।
असौंदा में खरीदे जा चुके 18 हजार क्विंटल धान में से 13 प्रतिशत का ही उठाव हो पाया है और लगभग 15 हजार क्विंटल धान उठाव के इंतजार में है । गनियारी में खरीदे गये 15 हजार क्विंटल धान में से महज 08 प्रतिशत के लिये ही विपणन संघ द्वारा डी ओ जारी किया गया है शेष बचे लगभग 14 हजार के लिये डी ओ जारी नहीं हुआ है । छड़िया में खरीदे गये 20 हजार क्विंटल धान में से 37 प्रतिशत का परिवहन हो चुका है और 13 हजार के आसपास का परिवहन शेष है । कनकी में खरीदे गये 20 हजार क्विंटल धान में से लगभग 87 प्रतिशत का परिवहन हो चुका है और मात्र 27 सौ क्विंटल का उठाव होना है।
माठ में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल में से तकरीबन 13 हजार क्विंटल का उठाव हो गया है और महज 25 प्रतिशत का ही उठाव होना है । खरोरा में खरीदे गये 22 हजार क्विंटल में से लगभग 81 प्रतिशत का उठाव हो गया है और महज 19 प्रतिशत का ही उठाव होना है । नवागांव में खरीदे गये 15 हजार क्विंटल में से 76 प्रतिशत का उठाव हो चुका है और महज 35 सौ क्विंटल का उठाव शेष है । पाडाभाट केन्द्र में खरीदे गये 10 हजार क्विंटल में से 7 हजार का परिवहन हो गया है और महज 27 प्रतिशत का ही उठाव शेष है । बुडेरा में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल धान में से 80 प्रतिशत का उठाव हो चला है और सिर्फ 22 सौ क्विंटल का उठाव होना शेष है ।
जाम धान की वजह से खरीदी व्यवस्था लड़खड़ाने की नौबत
फरहदा सोसायटी के अध्यक्ष योगेश चंद्राकर और किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने यह जानकारी देते हुये कहा है कि मनमाना बफर स्टाक लिमिट तय कर विपणन संघ द्वारा डी ओ जारी करने में अनियमितता बरतने के चलते कई केन्द्रों में जाम धान की वजह से खरीदी व्यवस्था लड़खड़ाने की नौबत आ पहुंचा है । श्री चंद्राकर ने आगे बतलाया कि किसानों को होने वाले संभावित परेशानी व होने वाले अव्यवस्था के मद्देनजर किसानों व किसान प्रतिनिधियों की मांग पर शाखा प्रबंधक ने संबंधित विपणन संघ अधिकारी को पत्र लिखकर हालात से अवगत कराते हुये जाम धान के उठाव के लिये मिलर्स को डी ओ जारी कर धान का उठाव करवाने का आग्रह किया है।
बुडेनी में सर्वाधिक धान जाम
फरहदा केन्द्र के संबंध में पूर्व में ही जिलाधीश गौरव कुमार सिंह को ज्ञापन सौंप दिये जाने की भी जानकारी उन्होंने दी है । बुड़ेनी के सरपंच प्रतिनिधि रवीन्द्र शर्मा व किसान टेनूराम वर्मा ने सभी केन्द्रों में से बुडेनी में सर्वाधिक धान जाम होने की बात कहते हुये किसानों को परेशानी से बचाने अविलंब उठाव का आग्रह शासन – प्रशासन से किया है ।



