POLITICS; पूर्व सीएम ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बताया ढाेंगी,भूपेश बघेल ने कहा – बाबा चंदा लेना बंद करें…

0महंत राजू दास ने कहा – भूपेश बघेल रावण का दूसरा रूप
बिलासपुर, बागेश्वर वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री के सरकारी प्लेन से छत्तीसगढ़ आने को लेकर सियासत गरमा गई है। बिलासपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बागेश्वर वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी बताया। उन्होंने कहा, गृह मंत्री विजय शर्मा उन्हें चाहे जैसे लाएं, बाबा चंदा लेना बंद करें। प्रदीप मिश्रा पर तंज कसते हुए बघेल ने कहा, एक लोटा जल से समाधान संभव है तो चंदा क्यों?

डिप्टी सीएम अरुण साव द्वारा दिए गए बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेसी सनातन विरोधी हैं, इस पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि अरुण साव कितने सनातनी हैं बताएं ? क्या उन्होंने ठेका लिया है या टेंडर हुआ है बताएं ?
तमनार में पुलिस पर उग्र भीड़ द्वारा किए गए हमले पर बघेल ने कहा कि इसके लिए विष्णुदेव सरकार जिम्मेदार है। वहां पिछले 15 दिन से ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे, जबरिया उन्हें उठाकर, मारपीट कर जेल में ठूस दिए गए और उस आंदोलन के बीच हैवी वाहन को जाने दिया, जिसके कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, इस कारण वहां लोगों का आक्रोश बढ़ा। यदि 14 दिन में बात कर लेते तो आज ये स्थिति नहीं बनती।
अयोध्या के महंत का बड़ा बयान, राजू दास ने कहा – भूपेश बघेल रावण का दूसरा रूप, संतों का कर रहे अपमान

जयंती स्टेडियम दुर्ग में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा का समापन हो गया, लेकिन इस हनुमंत कथा ने कई विवादों को भी जन्म दे दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले धीरेंद्र कृष्ण कृष्ण शास्त्री पर हमला बोला, जिसके जवाब में धीरेंद्र शास्त्री ने भी भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए जवाब दिया। इन बयानी जंग के बाद से ही छत्तीसगढ़ में अब यह बहस का मुद्दा बन चुका है। इसी बीच अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी भूपेश बघेल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल के परिवार में पांच संत हुए हैं, लेकिन रावण किसका बेटा था, संत का ही बेटा था, प्रकांड विद्वान था ब्राह्मण था, भोलेनाथ को मानता था, लेकिन सनातन संस्कृति को मिटाने का उसने प्रयास किया इसलिए मैं कहता हूं कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रावण का दूसरा रूप है।
महंत राजूदास ने कहा, कहीं ना कहीं भूपेश बघेल ईसाई मिशनरियों से प्रेरित है, क्योंकि उनका धंधा बंद होने वाला है। ईसाई मिशनरियों की दुकान पहले बहुत अच्छी चल रही थी। आज धर्मांतरण का धंधा कम हो रहा है इसलिए उन्हें बाबा बागेश्वर और प्रदीप मिश्रा खराब लगते हैं और साधु-संत बीजेपी के एजेंट लगते हैं। महात्मा गांधी की पार्टी के होने के बावजूद ऐसी ओछी टिप्पणी करते हैं। रामराज की परिकल्पना महात्मा गांधी ने की थी, क्या महात्मा गांधी के विचारों को कांग्रेस पार्टी नहीं मानती। किसी का कल्याण करना क्या किसी पार्टी का काम है।




