कानून व्यवस्था

शराब घोटाला; दो आरोपियों की रिमांड फिर बढ़ी,ईडी के कब्जे में रहेंगे

रायपुर, शराब घोटाले और मनी लाड्रिंग केस में ईडी की गिरफ्त में आए आबकारी अफसर अरूणपति त्रिपाठी और होटल कारोबारी त्रिलोक सिंह ढ़िल्लन की रिमांड मंगलवार को कोर्ट ने बढ़ा दी। दरअसल चार दिन की रिमांड खत्म होने पर ईडी की टीम ने दोनों को दोपहर के समय विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया।

ईडी ने पूछताछ करने ढ़िल्लन की दो दिन और त्रिपाठी की तीन दिन की रिमांड और मांगी। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने रिमांड मंजूर कर लिया। कोर्ट में ईडी की ओर से आरोपितों से अब तक सीज की गई संपत्ति की जानकारी भी दी गई।ईडी द्वारा प्रापर्टी को सीज करना गलत: अनवर ढेबर

कारोबारी अनवर ढेबर के अधिवक्ता राहुल त्यागी और फैजल रिजवी ने ईडी द्वारा सीज की गई नवा रायपुर की जमीन को रिश्तेदारों का होना बताया, वहीं होटल वेलिंटन कोट को पुश्तैनी जमीन पर बना होने और साल 2017 से निर्माण कार्य शुरू होने का हवाला देकर गलत तरीके से संपत्ति सीज करना बताया। बता दें कि एक दिन पहले ही ईडी ने 112 करोड़ की संपत्तियां जब्‍त की थी।

एक दिन पहले 119 प्रापर्टी अटैच की गईं

सोमवार को इसी मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संपत्तियां जब्त की। ईडी द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अफसर अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की गई है। शराब घोटाला मामले में अब तक प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसमें कैश, एफडी भी होल्ड किए गए हैं। इस मामले में ईडी लगातार जांच कर रही है। गौरतलब है कि अनवर ढेबर के खिलाफ नकली शराब और शराब की पैकेजिंग समेत कई तरह के मामलों में फर्जीवाड़ा कर 2 हजार करोड़ के हेराफेरी का खुलासा ईडी ने किया था।

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