एक किलो आम-तीन लाख दाम; ओडीसा में उग रहा दुनिया का सबसे महंगा मैंगो, कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियों में कारगर
भुवनेश्वर, ओडिशा के कालाहांडी जिले में एक किसान सह शिक्षक रक्षक भोई ने दावा किया है कि उन्होंने अपने बगीचे में दुनिया की सबसे महंगी आम की किस्म ‘मियाज़ाकी’ उगाई है। अपने अनूठे स्वाद और कीमत के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में मियाज़ाकी आम की कीमत 2.5 लाख से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, धरमगढ़ उपखंड के कंदुलगुडा गांव के मूल निवासी आम किसान भोई अपने खेत में विभिन्न नस्लों के आम उगा रहे हैं। उन्होंने राज्य बागवानी विभाग के माध्यम से बीज प्राप्त करने के बाद अपने बगीचे में ‘मियाज़ाकी’ किस्म का आम लगाया।
शरीर के लिए वरदान से कम नहीं
मियाज़ाकी किस्म मूलतः एक जापानी नस्ल है। अनोखे स्वाद और औषधीय गुणों के कारण विदेशों में इसकी भारी मांग है। आम की यह किस्म न केवल दिखने में बहुत रंगीन है, बल्कि इसका स्वाद भी अनोखा है। यह आम की अन्य किस्मों से पूरी तरह से अलग है क्योंकि इसमें विटामिन ए और सी के साथ-साथ एंटीऑक्सिडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं। यह शरीर को बीमारी से बचाने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसमें फाइबर, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होता है।
मियाजाकी आम के फायदे
- मियाजाकी आम पाचन को दुरुस्त रखता है।
- यह स्किन को ग्लोइंग और हेल्दी रखने में मददगार है।
- यह शरीर में इन्सुलिन के लेवल को बैलेंस करता है।
- कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचाता है।
कालाहांडी के सहायक बागवानी निदेशक, टंकधर कालो ने कहा कि इस प्रकार के आमों पर अधिक शोध की आवश्यकता है। ‘मियाज़ाकी’ को ‘रेड सन’ और बंगाली में ‘सूरजा डिम’ (लाल अंडा) भी कहा जाता है।