AIIMS;एम्स के द्वितीय दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि होंगी
500 से अधिक छात्रों को प्रदान की जाएंगी डिग्री, चार को गोल्ड मेडल देंगी राष्ट्रपति, तैयारियां अंतिम चरण में, दीक्षांत समारोह के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के कार्यपालक निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल और श्रीमती उषा जिंदल ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में एम्स के द्वितीय दीक्षांत समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को आमंत्रित किया। इस बार दीक्षांत समारोह में 500 से अधिक चिकित्सा छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएंगी।
लेफ्टिनेंट जनरल जिंदल ने मंगलवार को औपचारिक रूप से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को दीक्षांत समारोह के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि एम्स के लिए यह गौरव का क्षण है कि द्वितीय दीक्षांत समारोह के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने राष्ट्रपति से दीक्षांत समारोह में मुख्य अभिभाषण के साथ स्वर्ण पदक विजेताओं को सम्मानित करने के लिए भी अनुरोध किया है। अभी दीक्षांत समारोह की तिथि तय नहीं हो पाई है।
अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस बार दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस के 203 छात्रों (2017 और 2018 बैच), बीएससी (नर्सिंग) की 116 छात्राओं (2018 और 2019 बैच), एमडी/एमएस/एमडीएस के 143 और डीएम/एमसीएच की 14 डिग्री प्रदान की जाएंगी। समारोह में कुल 509 छात्रों को डिग्री दी जाएंगी। इसके साथ ही चार छात्रों को गोल्ड मेडल भी प्रदान किए जाएंगे। दीक्षांत समारोह के सुचारू आयोजन के लिए एम्स की ओर से विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है।
एम्स रायपुर वर्ष 2012 में स्थापना के बाद से 12 वर्ष की अल्प अवधि में ही देश का चिकित्सा शिक्षा का प्रमुख केंद्र बन गया है। वर्ष 2023 में शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ रैंकिंग में एम्स रायपुर को 39वां स्थान प्राप्त हुआ था। इसके साथ ही यह शोध और अनुसंधान में भी देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में शामिल है।