CM;सुशासन तिहार का समापन,महासमुंद को सीएम के उड़न खटोला का धूल- गुबार ही मिला,न कोई विकास कार्यों का ऐलान, न ही कोई लोकार्पण
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रायपुर, छत्तीसगढ़ में साय सरकार की ओर से आयोजित सुशासन तिहार का समापन कल 31 मई को हुआ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार में महासमुंद जिला मुख्यालय आये और वे बैठक कर चले गए। उन्होंने न तो विकास कार्यों की घोषणा की और न ही निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। इस लिहाज से सुशासन तिहार में महासमुंद जिले को कुछ नहीं मिला अलबत्ता जिले में हुए 49 समाधान शिविरों में कुछ लोगों को राशन कार्ड, जाब कार्ड, पीएम आवास की चाबी एवं लखपति दीदीयों को सम्मान पत्र वितरित किये गए।साथ ही 90 फीसदी से जयादी आवेदनों का निराकरण का दावा किया गया। मांग पत्रों का निराकरण बमुश्किल 10 फीसदी रहा।
मई के पहले पखवाडे में सीएम साय हेलीकप्टर से महासमुंद जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होने जिला अस्पताल का जायजा लेकर जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम साय ने काम-काज की धीमी गति पर नाराजगी के साथ जिले में अध्ययन-अध्यापन की स्थिति पर चिंता जताई। सीएम ने जिले विकास कार्यों को लेकर कोई घोषणा नहीं की। अलबत्ता जिला अस्पताल चिकित्सा व्यवस्था और मेडिकल कालेज के भवन निर्माण पर जोर दिया। शिविरों में विधायकों के साथ नगरीय निकाय एवं पंचायत पदाधिकारियों ने हिस्सेदारी निभाई।
महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत परसवानी में सुशासन तिहार का अंतिम समाधान शिविर 30 मई को संपन्न हुआ। महासमुंद जिले में सुशासन तिहार के तृतीय चरण में समाधान शिविरों का आयोजन 05 मई से कलस्टर वार नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में किया गया है। जिले में कुल 49 समाधान शिविर आयोजित किया गया। जिसमें नगरीय निकाय अंतर्गत 8 व जनपद पंचायत अंतर्गत 41 शिविर शामिल है। नगरीय निकाय महासमुंद में 3 शिविर एवं बागबाहरा, पिथौरा, बसना, सरायपाली और तुमगांव में एक-एक समाधान शिविर जनपद पंचायत पिथौरा में 10, महासमुंद, बागबाहरा व सरायपाली में 8-8 तथा बसना में 7 समाधान शिविर का आयोजन कर ग्रामीणजनों की समस्याओं का समाधान किया गया।
प्रदेश में 8 अप्रैल से शुरू हुए सुशासन तिहार का समापन धमतरी में हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने प्रदेश के 33 जिलों का भ्रमण किया। गांवों में जन चौपाल लगाकर लोगों से सीधा संवाद किया। उनकी समस्याओं को समझा और समाधान सुनिश्चित किया। जिला मुख्यालयों पर समीक्षा बैठक की। कई जिलों में सीएम ने करोडों रुपये के विकास कार्यों की घोषणा की एवं करोंडों रुपये के कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।
शिविर में श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में चल रहे सुशासन तिहार की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान ‘सरकार आपके द्वार’ की भावना को साकार कर रहा है। अब लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं, अधिकारी स्वयं शिविरों में समाधान दे रहे हैं। इससे प्रशासनिक व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि अटल डिजिटल सुविधा केंद्रों की स्थापना से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ, प्रमाण पत्र निर्माण और राशि आहरण जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। साथ ही भूमि पंजीयन प्रणाली में भी सुधार कर रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिससे प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल हो गई है।
परसवानी समाधान शिविर में 13 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए।सुशासन तिहार के अंतर्गत कुल 1330 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1304 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया। शेष आवेदनों का समाधान प्रक्रिया में है। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा आवेदकों को सम्बंधित समस्याओं के निराकरण की जानकारी मौके पर ही दी गई तथा अनेक लाभार्थियों को योजनाओं से सीधे लाभान्वित किया गया। शिविर में विधायक श्री अग्रवाल एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा 02 बच्चों के अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराए गए तथा 06 गर्भवती महिलाओं को पोषण किट वितरित की गई।
साथ ही खाद्य विभाग द्वारा बल्लहरी साहू, ममता सेठ, चम्पा निषाद, कमला निषाद और नीलिमा विशाल को राशन कार्ड प्रदान किए गए।समाज कल्याण विभाग ने विद्याधर भोई, भोकलो सिदार, जगतराम विश्वकर्मा, पदमिनी साब और सुकलाल नंद को राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत पेंशन आदेश सौंपे।प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आनंद नायक, सुमित्रा और उलासो को घर की चाबी सौंपी गई।पंचायत विभाग ने परसवानी की सुर्वणा, माधुरी, संताराबाई, मैथली, पड़कीपाली की जमुना और कैकेई, लरीपुर के छबिलाल यादव, मिलन सिदार और टिकेश्वर को नरेगा जॉब कार्ड वितरित किए।
इसी प्रकार से महिला स्व-सहायता समूहों विन्दावासनी समूह, सिंहारपुर को 3 लाख रुपए,महिमा समूह डोंगरीपाली को 3 रुपए लाख,मां लोहरिन बाई समूह, को 6 लाख रुपए और मां गौरीया समूह को 6 लाख रुपए का बैंक लिंकेज चेक दिए गए।राजस्व विभाग द्वारा स्वामित्व योजना के तहत चेतन, रामरतन, दुर्योधन, तिर्नाथों, सत्यानंद, इंद्रध्वज, जगत और जेराभरन को आबादी पट्टा वितरित किया गया।कृषि विभाग द्वारा परसवानी के महेन्द्र, मुक्तिराम और सिंहारपुर के दुष्यंत को धान बीज किट प्रदान की गई।सहकारिता विभाग ने जगदीश, मनबोध, हलधर, पवन और अरुण को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए। 23 महिला स्व-सहायता समूहों की लखपति दीदियों को सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।शिविर में एसडीएम श्री ओकारेश्वर सिंह, तहसीलर श्री नितिन ठाकुर, जनपद सीईओ श्री सीपी मनहर एवं संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 49 समाधान शिविर आयोजित किया गया। जिसमें नगरीय निकाय अंतर्गत 8 व जनपद पंचायत अंतर्गत 41 शिविर आयोजित किया गया। इनमें नगरीय निकाय महासमुंद में 3 शिविर एवं बागबाहरा, पिथौरा, बसना, सरायपाली और तुमगांव में एक-एक समाधान शिविर आयोजित हुआ। इसी तरह जनपद पंचायत पिथौरा में 10, महासमुंद, बागबाहरा व सरायपाली में 8-8 तथा बसना में 7 समाधान शिविर का आयोजन कर ग्रामीणजनों की समस्याओं का समाधान किया गया।