EYE DISEASE;बच्चों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर प्रभावी इलाज संभव,नेत्र रोग चिकित्सकों ने सीखा नई तकनीक के गुर

0 एमजीएम नेत्र संस्थान में स्मार्ट कैटरेक्ट सर्जरी पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन
रायपुर, एमजीएम नेत्र संस्थान में रविवार को “कॉम्प्लिकेटेड कैटरेक्ट” के उपचार पर स्मार्ट केटरेक्ट पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कॉन्फ्रेंस में बच्चों में मोतियाबिंद ऑपरेशन पर प्रभावी इलाज की बारीकियां बताई गई। नेत्र रोग चिकित्सक भी आपरेशन की नई तकनीक की बारीकियों से अवगत हुए।
इस कॉन्फ्रेंस में अतिथि वक्ता के रूप में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस आरपी सेंटर के प्रोफेसर डॉक्टर एस के खोखर को आमंत्रित किया गया था। इस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ तथा आसपास के लगभग 120 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हुए। एमजीएम नेत्र संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर दीपशिखा अग्रवाल ने बताया कि स्मार्ट केटरेक्ट पर कॉन्फ्रेंस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य कॉम्प्लिकेटेड कैटरेक्ट का उपचार था।
बच्चों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर अतिथि वक्ता ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस आरपी सेंटर के प्रोफेसर डॉक्टर एस के खोखर ने बड़े प्रभावी ढंग से बताया कि जो लेंस अपनी पोजीशन से खिसक जाते हैं उनको अलग-अलग तकनीकियों के द्वारा ऑपरेशन किया जाना चाहिए। दूसरा महत्वपूर्ण विषय था बच्चों में मोतियाबिंद के उपचार का। बच्चों के मोतियाबिंद ऑपरेशन करने की हर स्टेज अलग-अलग होती है इस विषय पर भी उन्होंने विस्तृत चर्चा की।
इनकी उपस्थिति रही
छत्तीसगढ़ राज्य के नेत्र विशेषज्ञों ने अपने प्रश्नों का समाधान किया। इसमें एमजीएम नेत्र संस्थान के डॉक्टर सम्राट चटर्जी डॉक्टर अनुपम साहू , डॉ मिहिर मिश्रा , डॉक्टर अनिल बी गंगवाए ,देवाशीष दास एवं अन्य डॉक्टर डॉक्टर मंदारिया बिलासपुर से डॉक्टर हर्षवर्धन गुप्ता , डॉक्टर मनीष श्रीवास्तव रायपुर एवं वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ ने हिस्सा लिया।