आईएएस अमिताभ जैन……..

छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन 30सितम्बर 2025को तीन महीने के सेवा विस्तार के बाद कल सेवा निवृत हो गए। उनके लिए वर्तमान सरकार में पद सुरक्षित है इस कारण ये माना जा सकता है कि बदले स्वरूप में उनके अनुभव का फायदा राज्य को मिलेगा।
अमिताभ जैन अविभाजित मध्य प्रदेश राज्य की ग्यारहवीं की परीक्षा के टॉपर रहे है। भोपाल के इंजीनियरिंग कॉलेज से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद आईआईटी दिल्ली से एम टेक की डिग्री हासिल की थी। 1989 में अमिताभ जैन आईएएस की परीक्षा में सफल होने के बाद 36 साल तक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित भारत सरकार के अधीन भी अपनी सेवा दी।
आईएएस की सर्विस में आने के बाद अमिताभ जैन की पहली पोस्टिंग अविभाजित मध्यप्रदेश के जबलपुर में सहायक कलेक्टर के रूप में हुई। अमिताभ जैन यहां 1 जून 1990 से 1 अगस्त 1991 तक पदस्थ रहे। दूसरी पोस्टिंग उनकी एसडीएम नीमच के रूप में एक अगस्त 1991 से 1 जुलाई 1993 तक रही। फिर वे छत्तीसगढ़ के सरगुजा में प्रोजेक्ट अधिकारी बनकर पदस्थ हुए। 1 मार्च 1994 से 1 जून 1996 तक ग्वालियर में एडिशनल कलेक्टर रहे। एक जून 1996 को ही ग्वालियर में सीईओ बन गए। सीईओ के रूप में अमिताभ जैन की पदस्थापना 1997 तक रही।
कलेक्टर के रूप में अमिताभ जैन को पहली पदस्थापना 1 फरवरी 1997 को रायगढ़ जिले में मिली। कलेक्टर के रूप में अमिताभ जैन को दूसरा जिला छतरपुर मिला। फिर वह होशंगाबाद के कलेक्टर रहे। वे राजगढ़,नीमच जिले में भी पदस्थ रहें। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अमिताभ जैन ने छत्तीसगढ़ कैडर चुन लिया।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जिले में वे दो बार कलेक्टर के रूप में पदस्थ रहे। उनकी पहली पोस्टिंग राज्य बनने के साथ ही 1 नवंबर 2000 को हुई थी। 15 दिसंबर 2003 तक के कलेक्टर रायपुर रहे। उनकी दूसरी पोस्टिंग 21 मार्च 2004 को फिर से रायपुर कलेक्टर बने।
छत्तीसगढ़ शासन के कई विभागों में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव का भी पदभार अमिताभ जैन ने संभाला। उन्होंने राज भवन में रहने के अलावा वित्त सचिव, वाणिज्य, उद्योग, लोक निर्माण, जनसंपर्क, आबकारी, वाणिज्यिक कर, वन, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी, गृह जेल परिवहन, जल संसाधन विभागों में पदस्थ रहकर कार्य किया है। अमिताभ जैन डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन, इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, आयुक्त जनसंपर्क, सचिव कर्मशियल टैक्स, संयुक्त सचिव औद्यौगिक विकास निगम रहें।
केंद्र में प्रतिनियुक्ति
आईएएस अमिताभ जैन भारत सरकार में सात वर्षों तक प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ रहें। भारत सरकार में सात वर्षीय प्रतिनियुक्ति के दौरान अमिताभ जैन वाणिज्य मंत्रालय में डायरेक्टर और संयुक्त सचिव के रूप में काम किया। इस दौरान पांच वर्षों तक देश की विदेश नीति के निर्माण, संसोधन और कार्यान्वयन से जुड़े कार्य किया। इसके अलावा भारत सरकार की तरफ से लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन में मिनिस्टर (आर्थिक) भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने संबंधी कार्य भी किया।
मेरा ये सौभाग्य रहा कि वे जब कलेक्टर रायपुर थे उन दिनों उनके साथ कार्य करने का सौभाग्य मिला। स्वभाव से अमिताभ जैन बहुत ही शांत , सरल मृदु भाषी रहे। उन्हें कभी भी चिंतित नहीं देखा,नाराजगी उनका स्वभाव ही नहीं था। उनके ही कार्यकाल में मुझे एक राइस मिल से 46 हजार क्विंटल चांवल जप्त करने का प्रकरण बनाने का अवसर मिला था। उन्होंने ही केरोसिन की काला बाजारी को रोकने की मुहिम चलाई थी जिसके चलते रिक्शा हाकरों को महीने में मिलने वाला सोलह ड्रम केरोसिन की मात्रा घट कर आठ ड्रम हो गई थी। मार्कफेड के धान में कमी का सबसे बड़ा प्रकरण उन्होंने स्वयं मार्कफेड के संग्रहण केंद्र में बनवाया था। धरसीवां में नान के गोदाम में घटिया चांवल के मिलावट का प्रकरण उनके सजगता के परिणाम रहे।
स्तंभकार-संजय दुबे