TRADE WAR; शेयर मार्केट लहूलुहान… खुलते ही 3000 से ज्यादा अंक गिरा सेंसेक्स, दुनियाभर की मार्केट में आई तबाही
धडाम

नई दिल्ली, सोमवार को शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट आई। सेंसेक्स सुबह खुलते ही 3000 अंक से ज्यादा गिर गया। वहीं निफ्टी में भी बड़ी गिरावट आई। निफ्टी 900 अंक से ज्यादा लुढ़क गया। इसके अलावा सोमवार को एशियाई बाजार भी धड़ाम हो गए। मार्केट में यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ के कारण आई है। टैरिफ के कारण चीन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सामान पर टैरिफ लगा दिया है। इससे दुनिया में ट्रेड वॉर बढ़ गया है।
शुक्रवार को सेंसेक्स 75,364.69 पर बंद हुआ था। सोमवार को यह 71,449.94 अंक पर खुला। ऐसे में इसकी ओपनिंग 3,914.75 अंकों के साथ हुई। वहीं शुक्रवार को निफ्टी 22,904 अंक पर बंद हुआ था। सोमवार को यह 1,145.6 अंकों की गिरावट के साथ 21,758.40 पर खुला।
एशियाई बाजार भी धड़ाम
भारत के अलावा दूसरे एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट आई है। मंदी की आशंका ने हॉन्ग कॉन्ग और चीन के शेयर बाजारों को भी लहुलूहान कर दिया। हॉन्ग कॉन्ग का हेंग सेंग बाजार खुलते ही 10% से अधिक लुढ़क गया जो 2008 के आर्थिक संकट के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है। चीन के CSI300 ब्लू चिप इंडेक्स में भी 5% से अधिक गिरावट आई है। चीन की करेंसी युआन भी जनवरी के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया।
महंगाई बढ़ने का डर
ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने से दुनियाभर में महंगाई बढ़ने की आशंका है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि महंगाई का सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर ही पड सकता है। क्योंकि दूसरे देशों से आने वाला समान अब ज्यादा कीमत पर मिलेगा। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी दिखा और सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट आईटी, फार्मा, एनर्जी, कमोडिटी कैपिटल गुड्स और रियलिटी शेयरों में दिखी।
अमेरिका में मंदी से डरे बाजार
ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद ग्लोबल मार्केट में महंगाई बढ़ने के साथ ही मंदी का जोखिम भी बढ़ गया है। डॉयचे बैंक के सीनियर इकोनॉमिस्ट ब्रेट रयान ने कहा कि ट्रंप के टैरिफ से इस साल अमेरिकी विकास दर में 1-1.5% की कमी आ सकती है, जिससे मंदी का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि भारतीय इकोनॉमी काफी मजबूत स्थिति में है।
सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयर
BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3 अप्रैल को 413.33 लाख करोड़ रुपए था, जो 4 अप्रैल को घटकर 403.55 लाख करोड़ रुपए रह गया। यानी कुछ घंटों में ही निवेशकों ने करीब 9.78 लाख करोड़ रुपए डुबा दिए। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा मोटर्स, एलएंडटी, अडानी पोर्ट्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में दिखी। ये 3.83% से लेकर 6.15 प्रतिशत तक टूट गए।