ELECTRICITY; स्वीच आफ, कैसे मिल रहा उपभोक्ताओं को हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन का लाभ ?

0 जिले बिजली की अनियमत आपूर्ति एवं लोवोल्टेज की स्थायी समस्या
महासमुंद, जिले बिजली की अनियमत आपूर्ति एवं लोवोल्टेज की स्थायी समस्या से हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन भी काम नहीं आ रहा है। जिले के ग्रामीण इलाकों में यह योजना हाँफ रही है। जहां रात अंधेरे में गुजर रही है और बिजली गोल होने से खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है। खेतों में दरारें आने लगी है और किसान बिजली विभाग को कोसने लगे है।
जिले के बसना इलाके के किसान नेता विनोद प्रधान ने बताया कि पखवाडे भर से बारिश नहीं होने से अब खेतों में पानी की जरुरत महसूस की जा रही है। ऐसे में पम्प से सिंचाई की जा रही है क्यौंकि रोपाई के चलते खेतों से पानी बहा दिया गया है। लेकिन अभी बिजली की समस्या खडी हो गई है। पिछले तीन दिनों से लो-वोल्टेज के चलते पम्प बंद है अथवा पम्प जल गए है। रातें भी अंधेरे में गुजर रही है। खासकर गढफुलझर इलाके में बिजली की समस्या गंभीर हो रही है।
इधर जिला प्रशासन ने दावा किया है कि हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन के चलते 100 यूनिट तक की मासिक खपत पर 50 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी। यह संशोधन राज्य सरकार की आम जनता को महंगाई से राहत देने और ऊर्जा के किफायती उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। महासमुन्द जिले में इस योजना से लगभग 1 लाख 40 हजार 393 सामान्य और कमजोर वर्ग के उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलने का दावा किया जा रहा है।
जिले के 56 हजार 501 बीपीएल परिवारों को पूर्व की तरह 30 यूनिट तक मुफ्त बिजली की सुविधा जारी रहेगी। ये परिवार हॉफ बिजली बिल योजना के अन्य लाभों के भी पात्र बने रहेंगे। इस योजना से विशेष रूप से ग्रामीण एवं निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।