JAIL; शिविर में छोटे अपराध वाले बंदियों को मिली बडी राहत, 369 कैदी रिहा हुए
रायपुर , प्रदेशभर के जेलों में बंद 1,455 बंदी खुले में सांस लेंगे। दरअसल जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों में गठित अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी के निर्देश पर विशेष अभियान चलाकर विभिन्न जेलों में बंद पात्र 1,086 कैदियों को जहां जमानत का लाभ दिया, वहीं 369 कैदियों को रिहा किया गया है।
जेल मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर नालसा द्वारा जेलों में बंदियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 18 सितंबर से 20 नवंबर तक एक विशेष अभियान चलाया गया था। अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी ने इस अभियान को सफल बनाने लगातार बैठकें ली।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के जिला न्यायाधीश और अध्यक्ष, संबंधित जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जेलर और सचिव ने बैठक कर बंदियों को जमानत पर रिहा करने की अनुशंसा की। इसके बाद 1,455 कैदियों की रिहाई का रास्ता साफ हो गया।
शिविर में 348 कैदियों की रिहाई की गई
प्रदेशभर के जेलों में छोटे अपराध के मामले में सजा काट रहे विचाराधीन बंदियों और सजायाफ्ता कैदियों की आजादी के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण लगातार पहल करता आ रहा है। पिछले दिनों ही रायपुर समेत अन्य जेलों में लगाए गए शिविर में 348 कैदियों की रिहाई की गई थी। रिहा होने वाले इन कैदियों में चोरी, मारपीट, चाकूबाजी, पाकेटमारी, उठाईगिरी समेत अन्य राजीनामा योग्य और छोटी सजा से अधिक समय तक जेल में बंद रहने वाले शामिल हैं।