FERTILIZER; पानी मिला तो खाद के लिये चक्कर काट रहे किसान, सोसायटियों के गोदाम खाली, मंत्री बोले-कम स्टॉक वाले जिलों में यूरिया खाद पहुंचाएं

नारायण भोई
रायपुर, ऐन वक्त पर खेतों को सिंचाई पानी मिलने लगा तो अब किसानों को डीएपी और यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा है । किसान सोसायटियों के चक्कर काट रहे है पर गोदाम खाली पड़ा है । यह हाल महासमुंद, बालोद, राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कोण्डागांव, कांकेर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, कोरबा, सांरगढ़-बिलाईगढ़, रायगढ़ और सक्ती जिलों की है जहां यूरिया खाद का स्टॉक बेहद कम है।
अभी कहीं कहीं बारिश हो रही है कहीं कहीं पर नहरों से पानी दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में अभी धान फसल में खाद की जरुरत है। मगर समितियों के गोदाम खाली पडे है।मैदानी इलाके के हर जिले में प्राय: एक जैसी हालत है। किसान या तो समितियों के चक्कर काट रहे है या फिर बाजार से तिगुने दाम पर खाद खरीदने बाध्य है। प्रदेश में अब तक 14.30 लाख किसानों को 6 हजार 366 करोड़ रूपए के अधिक की अल्पकालीन ऋण राशि वितरित की जा चुकी है।
मसलन केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर के शाखा चंदखुरी के अंतर्गत आने वाले 6 सोसायटियों की हालत गंभीर है । किसानों की शिकायत पर किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा द्वारा सोसायटियों से संपर्क साधने पर जानकारी मिली कि आबंटित खाद के लिये डीओ काटा जा चुका है पर गोदाम तक खाद नहीं पहुंचा है । खाद पहुंचते ही किसानों को खाद वितरित कर दिया जावेगा ।
इस शाखा बैंक के अधीन 6 सोसायटियां खौली , नगपुरा , नरदहा , पचेड़ा , नारा व मुनरैठी आती है । इन सभी सोसायटियों के किसानों को कमोबेश युरिया व डीएपी खाद की सामयिक आवश्यकता है । किसानों से चर्चा करने व जानकारी लेने के बाद श्री शर्मा ने बताया है कि सभी सोसायटियों को कुल मिला किसानों की मांग के अनुरूप उपलब्ध कराने लगभग 2500 बोरी यूरिया व 1500 बोरी डीएपी की तत्काल आवश्यकता है।
0 किसानों को अब तक 3.37 लाख मीट्रिक टन यूरिया खाद का वितरण
सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने आज मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर खाद-बीज वितरण एवं भंडारण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में कहा कि राज्य के किसानों को सुविधा के अनुरूप खाद-बीज उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। डीएपी खाद की कमी को देखते हुए यूरिया और एनपीके खाद की निर्धारित लक्ष्य में बढ़ोत्तरी भी की गई है। मंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर रासायनिक खाद उपलब्ध कराने कम स्टॉक वाले जिलों में प्राथमिकता के साथ यूरिया खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
0 सहकारी समितियों में 30 हजार 442 टन यूरिया खाद शेष
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2025 में यूरिया खाद हेतु 4.53 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समितियों में 3.67 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है एवं भंडारण के विरूद्ध प्रदेश के किसानों को 3.37 लाख मीट्रिक टन यूरिया खाद का वितरण किया गया है। सहकारी समितियों में वर्तमान में 30 हजार 442 टन यूरिया खाद शेष है तथा विपणन संघ ने 12 हजार 119 टन यूरिया खाद उपलब्ध है।
0 इन जिलों में खाद की कमी
अधिकारियों ने बताया कि महासमुंद, बालोद, राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कोण्डागांव, कांकेर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, कोरबा, सांरगढ़-बिलाईगढ़, रायगढ़ और सक्ती जिलों में यूरिया खाद का स्टॉक कम है।
उर्वरक दुकानों का औचक निरीक्षण, गड़बड़ी मिलने पर नोटिस
नारायणपुर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देशानुसार उप संचालक कृषि श्रीमती मोनिका ठाकुर एवं सहायक संचालक कृषि एस. के. मारकोले की संयुक्त दल द्वारा 19 अगस्त को जिले के उर्वरक विक्रेता दीपक कृषि केन्द्र सोनपुर रोड़ एवं माँ दन्तेष्वरी टेªडर्स और कृषि केन्द्र कुम्हारपारा का निरीक्षण कर रासायनिक खाद का भंण्ड़ारण, वितरण, विक्रय पंजी, डिस्पले बोर्ड एवं पाँस मशीन का परीक्षण किया गया। इसमें माँ दन्तेश्वरी टेडर्स एवं कृषि केन्द्र कुम्हारपारा में डिस्पले बोर्ड पर भण्ड़ारण की स्थिति प्रदर्शित नहीं किए जाने के कारण नोटिस जारी किया गया है।