कानून व्यवस्था

MURDER;बस्तर में पत्रकार हत्याकांड के तीन आरोपी गिरफ्तार… सिर पर वार किया, ताकि ये लगे कि नक्सलियों ने मारा है

पत्रकार की हत्या

जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के नक्सलप्रभावित बस्तर अंचल के बीजापुर जिला मुख्यालय में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने कांग्रेस नेता और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के दो भाई रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर सहित एक मजदूर को गिरफ्तार किया है।

पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सुरेश चंद्राकर को पकड़ने आज सुबह हैदराबाद के लिए पुलिस की टीम रवाना हुई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर ने ही हत्या की है। हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए सेप्टिक टैंक में शव को फेंककर ऊपर से कांक्रीट की ढलाई कर दी गई थी। इधर घटना के विरोध में बीजापुर जिला मुख्यालय पूरी तरह से बंद है। पूरे संभाग से पत्रकार बीजापुर पहुंचे हैं। मुख्य मार्ग में चक्का जाम कर आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कारवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

नक्सली हत्या दर्शाने का था प्रयास

मुकेश की निर्ममता से हत्या करने के लिए उसके सर पर कुल्हाड़ी या धारदार हथियार से वार किया गया था। नक्सली भी इसी तरीके से हत्या करते हैं। संभवतः हत्या के बाद किसी जंगल में शव फेंक कर नक्सली घटना बताने का प्रयास था, लेकिन भीड़भाड़ वाला क्षेत्र होने से शव निकाल नहीं पाए। इसलिए सेप्टिक टैंक में शव डाल कर ढलाई कर दी गई।

रितेश की गाड़ी भी की जब्त

हत्याकांड में बीजापुर पुलिस ने रितेश चंद्राकर को गिरफ्तार करने के साथ उसकी गाड़ी को भी रायपुर से जब्त किया है। रितेश ने फरार होने के लिए थार गाड़ी की नंबर प्लेट बदल ली थी। गाड़ी में सीजी-20- 3333 की जगह सीजी 04 पीके 1 नंबर प्लेट लगा दी थी। ऐसा कर वो पुलिस को गुमराह करना चाह रहा था।

भ्रष्टाचार उजागर करने पर सुरेश से विवाद

     देश भर में नक्सल मामलों की पत्रकारिता के लिए चर्चित पत्रकार व प्रसिद्ध यूट्यूबर मुकेश चंद्राकर एक जनवरी से लापता थे। इसके दो दो दिन बाद शुक्रवार को ठेकेदार व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश महासिचव सुरेश चंद्राकर के कंस्ट्रक्शन कंपनी के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से मुकेश का शव मिला है।

    धारदार हथियार से वार कर हत्या

    तीन घंटे की मशक्कत के बाद शाम लगभग सात बजे मुकेश का शव निकाला गया तो सिर के पीछे कई वार करने के निशान थे। इसके साथ ही पूरे शरीर में आठ से दस स्थान पर गंभीर चोट के निशान देखकर साफ पता चल रहा था कि हत्यारों ने पूरी योजना के साथ नृशंस तरीके से हत्या की है। साक्ष्य छिपाने शव को सेप्टिक टैंक में फेंककर ऊपर से फ्लोरिंग कर दी गई। इस घटना में संदिग्ध कांग्रेसी नेता सुरेश फरार बताया जा रहा है। सुरेश का छोटा भाई रीतेश चंद्राकर भी फरार था। पुलिस को उसकी थार गाड़ी हैदराबाद से मिली है। शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने दिल्ली से उसे पकड़ा है।

    कांग्रेसी नेता सुरेश पर संदेह

    मुकेश चंद्राकर के बड़े भाई पत्रकार युकेश ने बताया कि नववर्ष की रात साढ़े आठ बजे तक मुकेश राउतपारा स्थित अपने घर पर ही था। देर रात कुछ लोग उसे अपने साथ बुलाकर ले गए, दूसरे दिन भी मुकेश दिखाई नहीं दिया और फोन भी बंद आ रहा था। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।मुकेश के स्वजन ने इस हत्या के पीछे ठेकेदार व कांग्रेसी नेता सुरेश का हाथ होने का संदेह जताया है। इसके बाद गुरुवार की दोपहर बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक चंद्रकांत गोवर्ना व थाना प्रभारी की विशेष टीम बनाकर मामले की जांच प्रारंभ की।

    मोबाइल लोकेशन से मिला सुराग

    एएसपी चंद्रकांत गोवर्ना ने बताया कि मुकेश के मोबाइल का अंतिम लोकेशन कांग्रेसी नेता व ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के चट्टानपारा स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के परिसर में मिला। इसके बाद से फोन स्वीच आफ बता रहा था। इस परिसर में मुकेश व कुछ अन्य पत्रकार साथी सुरेश के छोटे भाई रीतेश चंद्राकर के साथ अक्सर बैडमिंटन खेलने भी जाया करते थे। गुरुवार को पुलिस की टीम रात लगभग दो बजे तक सुरेश चंद्राकर के परिसर की जांच करती रही, पर तब वहां कुछ नहीं मिला।

    सेप्टिक टैंक में शव मिला

    वहां बैडमिंटन खेलने जाने वाले लोगों ने संदेह जताया था कि सेप्टिक टैंक के चेंबर को फ्लोरिंग से बंद किया गया है। इस पर शुक्रवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे पुलिस ने फ्लोरिंग को तोड़कर चेंबर को खोला तो उसके भीतर शव दिखाई दिया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद शाम लगभग सात बजे मुकेश का शव निकाला गया।

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