कानून व्यवस्था

FRAUD;ऑनलाइन उच्‍च सुरक्षा वाहन पंजीयन में फ्राॅड,निमोणकर हुए धोखाधड़ी का शिकार

धोखाधडी

0- महाराष्‍ट्र मंडल के दिव्‍यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी है प्रसन्न निमोणकर

रायपुर, छत्‍तीसगढ़ इंडस्ट्रियल एंड टेक्‍नीकल कंसलटेंसी (सिटकॉन) के पूर्व राज्‍य प्रमुख प्रसन्‍न निमोणकर हाल ही में ऑनलाइन उच्‍च सुरक्षा वाहन पंजीयन पटि्टका लगावाने के प्रयास में धोखाधड़ी का शिकार हो गए। महाराष्‍ट्र मंडल के दिव्‍यांग बालिका विकास गृह प्रभारी निमोणकर को इस ऑनलाइन पंजीयन के बाद जब लगभग आठ- दस दिन कोई प्रतिसाद नहीं मिला और दोबारा उन्‍होंने अपने ऑनलाइन पंजीयन को चेक किया, तो पता चला कि उनके साथ तो धोखा हुआ है। इसमें उन्हें 950 रुपये का नुकसान भी हुआ है।
प्रसन्‍न ने बताया कि उन्‍होंने अपनी टीवीएस कंपनी की ज्युपिटर दोपहिया वाहन के लिये उच्च सुरक्षा वाहन पंजीयन पट्टिका (एचएसआरपी) लगवाने के लिये गूगल सर्च कर आॅनलाइन आवेदन करने की तलाश की, तो एक साइट खुली। उसमें आवेदन पत्र उपलब्ध था। आवेदन पत्र में उन्‍होंने स्वयं और वाहन की संपूर्ण जानकारी, यथा नाम, पता, आधार नंबर, लायसेंस, पंजीकृत मोबाइल क्रमांक, पंजीयन क्रमांक, इंजन क्रमांक, चेसिस क्रमांक समेत मांगी गई सभी जानकारी आवदेन फार्म में उल्‍लेखित की।
निमोणकर के अनुसार आवेदन पत्र को क्रमवार पूर्ण करने पर एक क्यूआर कोड कंप्‍यूटर स्‍क्रीन पर आया। इसे चुनने पर रू. 950 का शुल्क जमा करने को कहा गया। उन्‍होंने यह शुल्क आॅनलाइन जमा कर दिया। शुल्क प्राप्ति पर एक सप्ताह में एचएसआरपी घर पहुंचाने के संबंध में पुष्टि प्राप्त हुई। प्रसन्‍न ने कहा कि आज तक एचएसआरपी नहीं मिली है। लगातार होती देरी को देखते हुए जब उन्‍होंने फिर ऑनलाइन अपने आवेदन को परखा, तो ज्ञात हुआ कि उनकी ओर से ऑनलाइन फीस किसी मोहम्मद शौकत खान के खाते में जमा हुई है। उक्त साइट में फिर से प्रवेश करने पर वहां आवेदन तो आमंत्रित हो रहे हैं, परंतु संपर्क के लिये न तो कोई फोन/मोबाइल नंबर उपलब्ध है और न ही कोई ई-मेल आईडी। निमोणकर ने आशंका व्यक्त कि जालसाज यह साइट चला रहे हैं। एचएसआरपी बनवाने वाले लाभार्थी सावधान रहें। 

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