BJP; कलेक्टर को हटाने सीएम हाउस के सामने धरने पर बैठेंगे पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, कलेक्टर से मांगी अनुमति

रायपुर, पूर्व गृहमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर ने कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने की मांग को लेकर बड़ा ऐलान किया है। कंवर ने 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास (सीएम हाउस) के सामने धरना-प्रदर्शन करने की जानकारी दी है। इसके लिए उन्होंने रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है।
कंवर का कहना है कि वे पहले ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और कई कैबिनेट मंत्रियों को कलेक्टर के खिलाफ 14 बिंदुओं पर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिए कुछ आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री को सही जानकारी नहीं देकर गुमराह कर रहे हैं।
पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि “जब मेरे जैसे वरिष्ठ अनुभवी नेता की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही, तो अन्य जनप्रतिनिधियों की शिकायतों का क्या हाल होगा, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि कंवर ने 22 अगस्त को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरबा कलेक्टर को हटाने की मांग की थी। उस समय उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि 3 दिन के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर वे धरने पर बैठेंगे।
साय सरकार में प्रशासनिक अराजकता हावी, भाजपा नेता बगावत कर रहे
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा क पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर द्वारा मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठने का ऐलान करना साबित करता है कि भाजपा की साय सरकार पूरी तरह से जन सरोकार से दूर हो चुकी है। ननकी राम भाजपा के वरिष्ठतम नेताओं में एक है उनको अपनी मांग मनवाने के लिए मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना देने की घोषणा करना पड़ रहा है तब कल्पना की जा सकती है कि आम आदमी की क्या स्थिति है? ननकी राम ने जिन मुद्दों को उठाया है वे राज्य की जमीनी हकीकत है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने उनके पत्र के मुद्दों को संज्ञान लिया था फिर अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई? ननकी राम कंवर अकेले नहीं है साय सरकार की कार्यप्रणाली से कोई भी भाजपा का नेता कार्यकर्ता खुश नहीं है।दलीय प्रतिबद्धता के कारण सबकी जबान बंद है।
भाजपा राज में प्रशासनिक अराजकता हावी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा राज में प्रशासनिक अराजकता हावी है। ननकी राम कंवर ने अपने पत्र में सिलसिलेवार बताया है कि किस प्रकार से प्रशासनिक अधिकारी भाजपा के कार्यकर्ताओं और पत्रकार को प्रताड़ित कर रहे है। जब भाजपा के कार्यकर्ताओं का यह हाल है तो आम आदमी के साथ यह अधिकारी कैसा सलूक करते होगें, इसकी कल्पना की जा सकती है। ननकी राम कंवर का यह आरोप गंभीर है। कलेक्टर डीएमएफ फंड का दुरुपयोग कर व्यक्तिगत लाभ ले रहे है। वरिष्ठ नेता के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की गई शिकायत का निराकरण नहीं होना, बताता है कि प्रशासनिक अराजकता को सरकार का संरक्षण है।
एक कलेक्टर नहीं पूरे राज्य में यही हालत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ननकी राम कंवर ने तो केवल एक जिले के कलेक्टर के बारे में पत्र में लिखा है। पूरे प्रदेश में यही हालात है। ननकी राम के पहले भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष आदिवासी नेता रवि भगत ने भी बेलगाम नौकरशाही और मंत्री के मनमानी को उजागर किया था।