POLITICS; पक्षपात और नाराजगी दूर करने चुनाव समिति के पदाधिकारियों को हिदायत,पायलट ने कहा-राम मंदिर पर बयानबाजी से बचें
रायपुर , दो दिनी दौरे से वापसी के पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजीव भवन में चुनाव समिति की मैराथन बैठक ली। बैठक के दौरान पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की रणनीति पर बात की गई। यहां स्पष्ट रूप से कहा गया कि पार्टी में पक्षपात नहीं होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव समिति के पदाधिकारियों की है।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत, संयुक्त सचिव एवं सह प्रभारी विजय जांगिड़, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, पूर्व मंत्री मो. अकबर, पूर्व मंत्री डा. शिवकुमार डहरिया, पूर्व मंत्री एवं विधायक अनिला भेड़िया, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व मंत्री मोहन मरकाम, पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व कार्य.प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ला मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जीतने वाले प्रत्याशियों पर दांव लगाएंगे। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर वर्तमान में कांग्रेस की दो सीटें ही है। इसलिए सभी बड़े पदाधिकारी लोकसभा की तैयारियों के लिए सतर्क हो जाए। बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं की नाराजगी के संबंध में चुनाव समिति के सदस्यों से चर्चा की गई। पायलट ने स्पष्ट कहा कि क्षेत्र में काम करने वाले कार्यकर्ता यदि नाराज हैं, तो उनकी शिकायतों को दूर करना हमारी जिम्मेदारी है।
विधानसभावार बनेगी कमेटी
पायलट ने लोकसभा चुनाव में युवाओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। बैठक में पायलट ने सभी नेताओं से चर्चा की। अंतर्कलह पर सभी से एकजुट रहने की सलाह दी। उन्होंने विधानसभा वार कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि हर विधानसभा में नाराजगी को दूर किया जा सके।
संगठन में नई नियुक्तियां भी
प्रदेश कांग्रेस मीडिया में विकास तिवारी को कांग्रेस का वरिष्ठ प्रवक्ता बनाया गया है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नियुक्ति आदेश जारी कर दिया है। वहीं पूर्व मंत्री शिव डहरिया को राहुल गांधी के भारत जो़डो न्याय यात्रा के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया है।
राम मंदिर पर विवादित बयान देने से रोका
पायलट ने चुनाव समिति व अन्य पदाधिकारियों को श्री रामलला प्राण-प्रतिष्ठा के संबंध में विवादित बयान देने से मनाही की है। पदाधिकारियों को कहा गया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही निर्णय लिया जाएगा। पदाधिकारियों को किसी भी विवादित बयान से बचना होगा।