NAXALITE;अगले छह महीने में ताबडतोड कार्यवाही, एरिया कमांडर समेत 3 नक्सली ढेर,एक और अर्बन नक्सली गिरफ्तार

जगदलपुर, मार्च 2026 तक नक्सलियों के सफाए का ऐलान किया गया है, इसलिए अगले छह महीने में नक्सलियों के खिलाफ ताबडतोड कार्यवाही की जाएगी। इसी कडी में छत्तीसगढ़ के बस्तर के नक्सल प्राभावित जिला कांकेर में कल सुबह से जारी जारी पुलिस-नक्सलियों मुठभेड़ में मारे गए 3 नक्सलियों के शव समेत हथियार और नक्सल सामग्री सुरक्षा बल ने बरामद कर लिए हैं.
सुरक्षा बल के जवानों ने मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की मांद में घुसकर कुल 14 लाख ईनामी 1 महिला नक्सली और 2 पुरुष नक्सलियों को मार गिराया है. सर्चिंग के दौरान तीनों माओवदियों के शव समेत हथियार और नक्सल सामग्री बरामद की गई है.पुलिस ने कहा है कि इलाके में सर्चिंग व जांच जारी है और आगे की आधिकारिक जानकारी बाद में दी जाएगी.
मारे गए नक्सलियों की पहचान सरवन मडकम उर्फ विश्वनाथ उर्फ बुधराम पुनेम के रुप में हुई है जो एसीएम, सीतानदी/रावस समन्वय एरिया कमेटी- सचिव था तथा उस पर ईनाम 8 लाख रुपये था. राजेश उर्फ राकेश हेमला एसीएम, नगरी एरिया कमेटी / गोबरा एलओएस कमांडर थी.जिस पर ईनाम 5 लाख रुपये था. बसंती कुंजाम उर्फ हिडमें पीएम, समन्वय/प्रोटेक्शन टीम, मैनपुर-नुआपाड़ा सदस्य थी. उस पर ईनाम 1 लाख रुपये था.

बरामद किए गए हथियार व सामग्री:
01 नग SLR,1 नग 303 रायफल, 1 नगा 12 बोर बन्दूक, अन्य सामग्री.
जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर 2025 को कांकेर/गारियाबंद DRG और BSF जवानों के संयुक्त बल ग्राम छिंदखड़क के जंगल और पहाड़ी इलाके में सर्चिंग के लिए निकले थे. इसी दौरान नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें 3 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. इन तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं. फिलहाल, इलाके में अभी भी जवान नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं. दोनों ओर से रुक-रुककर फायरिंग जारी है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांकेर आई. के. एलिसेला ने बताया कि 28.09.2025 को थाना कांकेर क्षेत्र के मध्य जंगल में डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी द्वारा सर्चिंग अभियान के दौरान मुठभेड़ हुई और बाद में तीन माओवादी के शव व नक्सली सामग्री बरामद हुई.
एक और अर्बन नक्सली गिरफ्तार, रायपुर से दबोचे गए नक्सली दंपति से मिला कनेक्शन
राजधानी रायपुर में नक्सली दंपति के बाद एक और नक्सली पकड़ाया है. स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने भाटागांव इलाके से शनिवार को नक्सली रामा किचाम को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से 10 ग्राम सोने का बिस्कुट और नगदी रकम बरामद हुआ है. नक्सली रामा का कनेक्शन चंगोराभाठा में पकड़े गए जग्गू कुरसम उर्फ रमेश और उनकी पत्नी कमला कुरसम से है.
लगातार ठिकाना बदल रहा था जग्गू
जानकारी के मुताबिक, शुरूआती जांच में पता चला कि वह NTPC कोरबा में काम करता था और रायपुर में पिछ्ले तीन महीने से रह रहा था. जग्गू और उसके संपर्क में रहने वाले लोग लगातार अपना ठिकाना बदलते रहे. तीन माह से अधिक समय तक वे किसी एक जगह नहीं रहते थे. काम छोड़कर वे वापस बस्तर चले जाते और वहां से आकर नया ठिकाना ढूंढते थे. उसने कई बड़े नक्सलियों को रायपुर के झुग्गी इलाकों में ठहराया और उनकी मदद की है.
दो और लोग हिरासत में
वह लगातार दोनों के संपर्क में था और कई बार उनसे मिलने रायपुर भी आया है. जग्गू भी अपनी पत्नी के साथ उनसे मिलने कोरबा गया है. इनके बीच पैसों का भी लेन-देन हुआ है. एसआईए ने शनिवार शाम रामा को बिलासपुर एनआईए कोर्ट में पेश किया. वहां से उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है. तकनीकी जांच के बाद दो और लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई है.
चंगोराभाठा से नक्सल दंपति गिरफ्तार
एसआईबी, एसआईए और डीडी नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 23 सितंबर की रात चंगोराभाठा में छापा मारकर एक दंपति को गिरफ्तार किया गया. इनकी पहचान भैरंगढ़ डिवीजनल कमेटी मेंबर (डीवीसी) जग्गू कुरसम उर्फ रमेश (28) और उनकी पत्नी एरिया कमेटी मेंबर कमला कुरसम के रूप में हुई है. दोनों सक्रिय नक्सली हैं और पिछले तीन-चार साल से रायपुर में रह रहे हैं.