CEO; ‘रेत में गड़वा दूंगा…’,IAS अफसर ने पुजारी को दी धमकी, फिर युवक को जड़ा थप्पड़,ब्राह्मण समाज खफा

भोपाल, नरसिंहपुर जिले के एक IAS इन दिनों काफी सुर्खियों पर हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उनका रौद्र रूप देखने को मिला. आईएएस ने नर्मदा नदी पहुंचकर एक बुजुर्ग को पहले गाड़ देने की धमकी दी फिर इसके बाद एक युवक पर थप्पड़ भी बरसा दिए. इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया, जो काफी वायरल हो रहा है. हालांकि इस मामले को लेकर शिकायत भी हुई है. अब देखना यह होगा कि आखिर इस मामले में आईएएस पर क्या कार्रवाई होती है.

कैसे हुआ विवाद?
जिला पंचायत सीईओ और आईएएस गजेंद्र नागेश नर्मदा नदी पर स्वच्छता और अनुशासन को लेकर चल रहे अभियान का मुआयना करने गए थे. इस दौरान एक बुजुर्ग और युवक पेशाब करते नजर आए. यह देखकर वो काफी गुस्साए और बुजुर्ग को बुलाकर खरी-खोटी सुनाई. इतनी ही नहीं इस दौरान एक युवक को थप्पड़ भी जड़ दिया. इस दौरान वहां पर मौजूद उनका अंगरक्षक भी युवक पर थप्पड़ से वार कर दिया.
दुकान हटवाने के आदेश
आईएएस ने पेशाब करने को लेकर बुजुर्ग और मंदिर के पुजारी कैलाश चंद्र मिश्रा से बहस की. बहस करते समय आईएएस ने अपना आपा खोते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया, गाली-गलौज करते हुए बुजुर्ग को रेत में जिंदा गाड़ देने की धमकी दी. इसके बाद युवक को थप्पड़ मारकर उसकी दुकान हटवाने का आदेश दिया. फिलहाल युवक ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है लेकिन बुजुर्ग ने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से शिकायत की है.
ब्राह्मण समाज में नाराजगी
बुजुर्ग ने शिकायत में बताया कि घाट पर हुए विवाद के दौरान आईएएस ने उनके साथ पहले अभद्र भाषा का प्रयोग किया और बाद में दंड बैठक लगवाई. इस घटना से न केवल हमारा अपमान हुआ है बल्कि धार्मिक भावनाएं भी आहत हुई हैं. इस मामले को लेकर ब्राह्मण समाज में भी भारी आक्रोश है. ब्राह्मण समाज ने भी सीईओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
सीईओ ने दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद नरासिंहपुर जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे स्वयं नर्मदा भक्त हैं और नर्मडा तट की स्वच्छता उनके लिए आस्था का विषय है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में घाटों की साफ-सफाई के लिए पूरा जनमानस श्रमदान कर रहा है, ऐसे में गंदगी फैलाने वालों के प्रति सख्ती जरूरी है। सीईओ ने कहा कि यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनआस्था से जुड़ा अभियान है, जिसमें हर व्यक्ति का दायित्व है कि पुण्यसलिला नर्मदा के घाटों को स्वच्छ और पवित्र बनाए रखे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नर्मदा तट पर किसी भी तरह की लापरवाही या गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




