PADDY; धान खरीदी की गति धीमी, 20 दिनों में अब तक 22.25 लाख मी. टन धान की खरीदी,कैसे होगी 1.60 लाख मी. टन धान की खरीदी ?

0 इस वर्ष 27.30 लाख किसान पंजीकृत 4.39 लाख किसानों ने बेचा धान, किसानों को अब तक 8 लाख 97 हजार 779 टोकन जारी
रायपुर, किसान पंजीयन के साथ टोकन प्रदाय की अव्यवस्थाओं के बीच राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी धीमी गति से जारी हैं। पिछले माह के 14 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महाअभियान में पांच दिसम्बर तक करीब 20 दिनों में 22 लाख 39 हजार 433 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। साथ ही अब तक 4 लाख 39 हजार 511 पंजीकृत किसानों ने धान बेचा है। धान खरीदी की यही गति रही तो आगामी डेढ माह में 70 से 80 हजार मी.टन की खरीदी होगी । कई किसान धान बेचने से वंचित हो सकते है।
प्रदेश में 31 जनवरी तक धान खरीदी का अनुमान 1 लाख 60 हजार मी,टन रखा गया है। बता दें कि सरकार अपने घोषणा के अनुरूप प्रति एकड़ 21 क्विंटल समर्थन मूल्य एवं कृषि उन्नति योजना के तहत 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल की भाव से धान खरीदी कर रही है। धान के मूल्य भुगतान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मार्कफेड को 26,200 करोड़ रूपए की बैंक गांरटी पहले से दे रखी है। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा 5277 करोड़ रूपए जारी किए गए है। चालू खरीफ सीजन के लिए इस वर्ष 27 लाख 30 हजार 96 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिसमें 31 लाख 51 हजार 771 हेक्टेयर रकबा शामिल है। हालाकि प्रदेश में 37 लाख हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में धान की खेती की गई है।
मर्कफेड के आकडों के अनुसार महासमुंद जिला सर्वाधिक 15 लाख 19 हजार 650 क्विंटल धान खरीदकर पहले पायदान पर है। वहीं गरियाबंद जिले 6 लाख 73 हजार 495 क्विंटल धान खरीदकार दूसरे नम्बर पर है। इसी तरह बिलासपुर जिले 6 लाख 73 हजार 65 क्विंटल धान खरीदकर तीसरे स्थान हासिल की है। हांलाकि कांकेर जिला 6 लाख 15 हजार 431 क्विंटल धान खरीदी कर चौथे पायदान पर बने हुए है। पांच लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदी वाले जिले में धमतरी और मुंगेली जिले शामिल हैं, वहीं चार लाख क्विंटल से अधिक खरीदी वाले जिले सूरजपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, बेमेंतरा, बालोद और कोण्डागांव शामिल हैं। किसानों को अब तक 8 लाख 97 हजार 779 टोकन जारी किए गए हैं। वहीं आगामी दिवस 8 दिसम्बर को धान खरीदी के लिए किसानों को 50 हजार 234 टोकन जारी हुए हैं।




