स्वास्थ्य

MEDICINE;ज्यादा दाम पर दवा बेचने वालों की खैर नहीं, प्रदेश के 21 मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ एनपीपीए दिल्ली से शिकायत

ज्यादा दाम

रायपुर, राजधानी समेत प्रदेश के कुछ मेडिकल स्टाेर संचालक दवाइयों को ज्यादा दाम पर बेच रहे हैं। ऐसे 21 मेडिकल स्टोर की पहचान की गई है। ये ज्यादा दाम पर दवा बेचकर आम लोगों को ठग रहे थे। छत्तीसगढ़ में मूल्य निगरानी एवं संसाधन इकाई (सीजीपीएमआरयू) ने इन मेडिकल स्टोर संचालकों की कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) दिल्ली को पत्र लिखा है।

अब मेडिकल स्टोर संचालक दवाइयों में मनमर्जी से एमआरपी डलवाकर बेच रहे हैं, इस कार्रवाई से इसकी पुष्टि हो चुकी है। फार्मास्यूटिकल कंपनी पैसों की लालच में ऐसा कर रही हैं। सीजीपीएमआरयू केसूत्रों  ने बताया कि 21 मेडिकल स्टोर के खिलाफ कार्रवाई के लिए नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी नई दिल्ली के आईपीडीएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर लिया गया है।

संबंधित संस्थानों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदेश में सीजीपीएमआरयू की स्थापना 24 मार्च 2021 को की गई थी। यह इकाई ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर (डीपीसीओ) के प्रावधानों के अंतर्गत अधिसूचित दवाइयां की कीमतों की मॉनीटरिंग कर रही है। यह केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।

निजी अस्पताल भी लूटने में पीछे नहीं

ज्यादा दाम पर दवाइयां खरीदकर आम मरीज व आम लोग एक तरह से ठगे जा रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी ज्यादा दाम पर दवाइयां बेचने के कई मामले सामने आए हैं। अस्पताल में इलाज के दौरान उपयोग की गई दवाइयों का दाम एमआरपी से ज्यादा लिया जाता है।कुछ निजी अस्पतालों में पहचान होने पर संचालक की अनुशंसा से 5 प्रतिशत की छूट दी जाती है। हालांकि सीएमएचओ ने हाल में सभी निजी अस्पतालों, मेटरनिटी होम व क्लीनिक को पत्र लिखकर संचालकों को दवाओं में जरूरी छूट देने को कहा था। जिसका पालन नहीं हो रहा है। वैसे अस्पताल छूट दे रहे हैं या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग अभी नहीं हो रही है। अगर एमआरपी ज्यादा डलवाकर छूट दी जाए तो इससे मरीजों को राहत मिलने की कल्पना करना बेमानी है।

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