कानून व्यवस्था

PROTEST; ग्रामीणों को परेशान करने वाला पटवारी निलंबित, ग्रामीणों ने पटवारी को पीटा, दो आरोपी गिरफ्तार

निलंबित

महासमुंद, आखिरकार जिले के पिथौरा इलाके में ग्रामीणों को परेशान करने वाले पटवारी विजय प्रभाकर को निलंबित कर दियाअ गया है।निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय पिथौरा रहेगा। इधर सरगुजा के बलरामपुर जिले के ग्राम जतरों में सीमांकन के दौरान ग्रामीणों ने पटवारी को पीट दिया। इस पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पिथौरा एसडीएम ओंकारेश्वर सिंह को जांच के निर्देश दिए। एसडीएम द्वारा पटवारी विजय प्रभाकर को दिनांक 01.05.2025 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया था। निर्धारित समय सीमा के भीतर स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर पटवारी विजय प्रभाकर को निलंबित कर दिया गया।

एसडीएम ओंकारेश्वर सिंह द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि वायरल वीडियो में पटवारी को आमजन से धनराशि मांगते और प्राप्त करते हुए देखा जा सकता है, जिससे शासन-प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है। यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3(2) तथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के विपरीत पाया गया। अतः विजय प्रभाकर, पटवारी हल्का नंबर 50 ग्राम मोहगांव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय पिथौरा रहेगा तथा उन्हें मूलभूत नियम 53 के अंतर्गत जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

एसडीएम ने जारी किया पटवारी का निलंबन आदेश

ग्रामीणों को मिला भरोसा, प्रशासन पर बढ़ा विश्वास

जिले के पिथौरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पेंड्रावन में पटवारी की कार्यशैली से क्षुब्ध ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा था। बुधवार को पेंड्रावन और आसपास के करीब दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने कल कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह को ज्ञापन सौंपा और पटवारी विजय प्रभाकर पर गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की थी। कलेक्टर की संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों को न्याय की उम्मीद जगी है। लोगों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की पारदर्शिता और सख्ती से ही प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार आएगा।

सीमांकन के दौरान ग्रामीणों ने पटवारी को पीटा, दो आरोपी गिरफ्तार

सरगुजा के बलरामपुर जिले के ग्राम जतरों से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां सीमांकन के दौरान कब्जाधारियों ने पटवारी के साथ मारपीट की। पीड़ित पटवारी ने घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, सुशासन तिहार के तहत ग्राम पंचायत ने आंगनबाड़ी भवन के लिए शासकीय जमीन की मांग की थी। इसी के तहत मंगलवार को गांव में सीमांकन कार्य किया जा रहा था। इस दौरान गांव के युवराज सिंह और उनके पिता ने सरकारी जमीन पर अपना दावा जताते हुए सीमांकन का विरोध किया।

विरोध के दौरान आरोपियों ने न सिर्फ पटवारी को जातिसूचक गालियां दीं, बल्कि पत्थर से हमला करते हुए मारपीट भी की। मौके पर मौजूद गांव के सरपंच ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन आरोपी नहीं माने और हमला जारी रखा। घटना के बाद पटवारी ने पटवारी संघ के साथ थाने पहुंचकर FIR दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए युवराज सिंह और उनके पिता को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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