गौमाता की नीलामी का विरोध; आप पार्टी ने नीलामी रोकने की मांग की
रायपुर, आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा रक्षाबंधन के दिन आम आदमी पार्टी के राजधानी स्थित मुख्यालय में पत्रकार वार्ता लेकर जोन आयुक्त जोन क्रमांक 9 नगर पालिका निगम रायपुर द्वारा इश्तिहार प्रकाशित कर फुडहर गौठान में 51 गाय,बछड़े, बछिया, सांड की नीलामी का विज्ञापन जारी किया है, जिसमें 1 नवंबर को दोपहर 3 बजे गोवंश को नीलाम किया जाएगा। नीलम में भाग लेने वाले ₹100 अभिरक्षा निधि जमा कर नीलामी में भाग ले सकते हैं। छत्तीसगढ़ में गौ माता, की नीलामी का आम आदमी पार्टी ने पत्रकार वार्ता लेकर विरोध किया है।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता सूरज उपाध्याय, जिला अध्यक्ष नंदन कुमार सिंह एवं प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार झा ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया है कि छत्तीसगढ़ सरकार व भूपेश बघेल की गौ रक्षा, गौठान व रामराज्य की नीतियां पूर्णतः असफल है। गौठान में गायों को चारा दाना न मिलने से जानवर हड्डी के ढांचे जैसा हो गए हैं।सरकार गोधन योजना, गोबर योजना, गोमूत्र योजना लागू कर धन अर्जित कर रही है। लेकिन गौ माता की रक्षा में असफल है। गौ माता को क़य करने के बाद दूसरे को नहीं बेचा जाएगा तथा सटल हाउस में नहीं भेजा जाएगा। यह शर्तें लगाई गई है। लेकिन इसकी गारंटी किसके पास है। नगर निगम में इतना भ्रष्टाचार व्याप्त है। लाखेनगर कांजी हाउस, फउण्डहर गौठान में चारा दाना 15 दिनों से नहीं दिया जा रहा है। गाय बछड़े मरणासन्न स्थिति में है। आम आदमी पार्टी ने तत्काल नीलामी को स्थगित करने व गौवंश की रक्षा करने की मांग की है। अन्यथा 1 नवंबर को फुण्डहर गौठिन में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बृजमोहन बोले -गौठानो के गायों को कसाइयों को सौप रही है सरकार ?
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर नगर निगम के द्वारा गौठान में रखे गौवंस के नीलामी के लिए निकाले गए आम सुचना का तीखे शब्दों में विरोध करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री व रायपुर नगर निगम गौमाता को कसाइयों के हाथ में बेचने की कोशिश कर रही है। उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। क्या गोबर खरीदने, गौमूत्र खरीदने व गौठानो पर अरबो रुपया खर्च करने का ढिंढोरा पीटने वाली यह सरकार क्या गौ माताओ को गौठानो में रख भी नहीं सकती? उन्होंने कहा है कि गौवंस को किसी भी स्थिति में कसाइयों के हाथों सौपने नहीं देंगे।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि रायपुर नगर निगम अगर गाय और अन्य पशुओ को नीलाम करेगी तो उन्हें खरीदने वाला कौन होगा ? इसका निर्धारण कैसे होगा, कि खरीदने वाला गौमाता को पालेगा या सेवा करेगा। कहीं इस नीलामी के माध्यम से कसाई लोगो का प्रवेश तो नहीं हो जाएगा ? इस पर सरकार को चिंतन करना चाहिए। हम साढ़े चार साल से बोल रहे है, कि छत्तीसगढ़ सरकार कि गौ सेवा कि सभी योजनाए असफल हो गई है प्रदेश में गौ सेवा के नाम पर सिर्फ ढोंग हो रहा है।