नाराज पिता ने दोस्तों के साथ मिलकर की थी युवक की हत्या; सुसाइड का रूप देने शव को फंदे में लटकाया, 5 गिरफ्तार
जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला के नरहरपुर के ग्राम कोहकाटोला में दो माह पूर्व जन्मदिन के दूसरे दिन गांव के ईमली के पेड़ में युवक का शव फांसी पर लटका हुआ मिला था। जन्मदिन की रात युवक अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा था। युवक के प्रेम प्रसंग से नाराज युवती के पिता व उसके साथियों ने ही मिलकर युवक की पहले हत्या की, फिर शव को फांसी पर लटका दिया था। दो माह बाद कांकेर पुलिस ने हत्या का राजफाश कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
प्रेम प्रसंग में युवती के पिता ने साथियों के साथ युवक की हत्या
कोहकाटोला के मृतक उमेन्द्र कुंजाम का ग्राम पटेल रामानंद कोड़ोपी की बेटी से प्रेम-प्रसंग था। रामानंद कोड़ोपी को मृतक का उसकी बेटी से बातचीत करना पसंद नही था। आरोपी को प्रेम-प्रसंग की जानकारी मिलने पर मृतक को अपनी बेटी से बात करने मना किया था। लेकिन युवक युवती से बात करता रहा है। 10 अप्रेल को युवक अपने जन्मदिन की रात युवती से मिलने पहुंचा था। इसी रात आरोपी रामानंद कोड़ोपी व उसके चार साथियों ने मिलकर युवक को बंधक बनाया और कोहकाटोला व चरभट्टी मार्ग में ले जाकर युवक की पिटाई की। फिर बेरहमी से गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या को आत्महत्या का रूप देने गांव के कृषक सालिक राम के खेत की इमलीपेड़ में युवक के शव को फांसी पर लटका दिया।
शव का फोटो मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की
युवक का फांसी पर लटके शव की फोटो मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की। फोटो में युवक के शरीर पर चोट के निशान थे जिसके आधार पर पुलिस ने जांच करते हुए गांव वालों से पूछताछ करना शुरू किया। मृतक के स्वजनों ने दंबगों के डर से किसी का नाम न लेते हुए हत्या की आशंका जताई थी।
दबाव बनाकर मृतक युवक का कराया था अंतिम संस्कार
कांकेर पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एक माह पूर्व पुलिस को फांसी पर लटके हुए युवक के शव का फोटो मिला। फोटो ग्राम कोहकामेटा निवासी उमेन्द्र कुंजाम का था। फोटो के आधार पर ग्राम कोहकाटोला में पतासाजी किया गया। पुलिस के पास इस घटना का सूचना ग्रामीणों द्वारा नही दिया गया था। ग्रामीणों से पूछने पर पता चला कि घटना 10 अप्रेल की रात की है। ग्राम प्रमुखों से कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि ग्राम पटेल रामानंद कोड़ोपी व उसके चार साथी पुरूषोत्तम कोड़ोपी, रामलाल कांगे, सिदेराम नेताम, सुखीराम कोड़ोपी के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था। युवक की हत्या कर आत्महत्या का स्वरूप देने युवक के शव को पेड़ पर लटकाया गया और युवक के स्वजनों पर दबाव बनाकर अंतिम संस्कार करवा दिया। घटना की जानकारी पुलिस को एक माह तक नहीं दी गई। फोटो मिलने के बाद पूछताछ पर आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया है। जिसे गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।