श्रीलंका वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई; 2 नवंबर को भारत से हो सकता है मुकाबला,वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप से बाहर, कप्तान होप बोले-100% नहीं दिया
नईदिल्ली, 1996 की वर्ल्ड चैंपियन श्रीलंका ने भारत में होने जा रहे वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। टीम ने जिम्बाब्वे में चल रहे CWC क्वालिफायर में जिम्बाब्वे को 9 विकेट से हराया। इस जीत के बाद श्रीलंकाई टीम सुपर-6 पॉइंट्स टेबल के टॉप पर है। टीम के खाते में 8 अंक हैं।
बुलावायो स्थित क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में सोमवार को श्रीलंका ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला लिया। मेजबान जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 165 रन बनाए। 166 रन का टारगेट श्रीलंका ने 33.1 ओवर में एक विकेट पर 169 रन बनाते हुए हासिल कर लिया।
लगातार चार जीत से श्रीलंका टॉप पर
यह CWC क्वालिफायर के सुपर-6 राउंड में श्रीलंका की लगातार चौथी जीत है। इस जीत के बाद श्रीलंकाई टीम 8 अंकों के साथ टेबल के टॉप पर है। ऐसे में अगला मैच हारने की स्थिति में भी लंकाई टीम का टॉप-2 पर रहना तय मना जा रहा है। ऐसे में जिम्बाब्वे और स्कॉटलैंड के बीच दूसरे कोटे की रेस हैं।
फिलहाल, जिम्बाब्वे दूसरे नंबर पर है। टीम के खाते में 4 मुकाबलों के बाद 6 अंक हैं, जबकि स्कॉटलैंड 3 मैचों में 4 अंक लेकर तीसरे नंबर पर हैं। टीम को 2 मुकाबले और खेलने हैं।
वेस्टइंडीज और ओमान वर्ल्ड कप की रेस से बाहर हो चुके हैं।
वानखेड़े में 2 नंवबर को हो सकता है भारत से मुकाबला
वर्तमान स्थिति के अनुसार वर्ल्ड कप में श्रीलंकाई टीम का भारत से मुकाबला 2 नवंबर को वानखेड़े स्टेडियम में हो सकता है। हालांकि फिक्स शेड्यूल क्वालिफायर समाप्त होने के बाद ही तय होगा।
पूर्व कप्तान होल्डर ने कहा- बोर्ड में दिक्कतें, आज नहीं तो कल…ये होना ही था
48 साल में पहली बार वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप नहीं खेलेगा। स्कॉटलैंड के खिलाफ क्वालिफायर में हार के बाद कप्तान शाई होप ने कहा कि खिलाड़ियों ने हर बार अपना 100% नहीं दिया। उन्होंने कहा कि तैयारी भी अच्छी नहीं थी।
टीम के पूर्व कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि खिलाड़ियों को इलाकाई मानसिकता से बाहर निकलना होगा। अपने लिए नहीं, बल्कि टीम की तरह एकजुट होकर खेलना होगा। बोर्ड में दिक्कतें हैं। जो हुआ, वो आज नहीं तो कल, होना ही था।
दरअसल, होल्डर का इशारा 6 एसोसिएशन से मिलकर बने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड की ओर था। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी टीम से पहले अपने एसोसिएशन और इलाके के बारे में सोचते हैं। बता दें कि वेस्टइंडीज बोर्ड में बारबाडोस, गयाना, जमैका, लीवार्ड आईलैंड, त्रिनिदाद & टोबैगो और विंडवार्ड आईलैंड आते हैं।
वेस्टइंडीज को स्कॉटलैंड ने शनिवार को खेले गए क्वालिफायर मुकाबले में 7 विकेट से हराया। वेस्टइंडीज ने 182 रन का आसान टारगेट दिया था। जिसे स्कॉटलैंड ने 43वें ओवर में ही हासिल कर लिया।
कप्तान होप ने कहा- रातोंरात कोई टीम महान नहीं होती
शाई होप ने कहा- हमने टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन किया। एटीट्यूड बहुत बड़ी समस्या रही। फील्डिंग मेरी नजर में एटीट्यूड से जुड़ा मसला है। हमने कैच छोड़े, मिस फील्डिंग की। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों ने हर बार 100% प्रदर्शन नहीं किया। टुकड़ों-टुकड़ों में प्रदर्शन किया गया।
ये नींव से शुरू होता है। घर पर हमें ज्यादा बेहतर तैयारी करनी चाहिए थी। आप वर्ल्ड कप में बिना तैयारी के एलीट टीम के तौर पर नहीं आ सकते। ऐसा नहीं हो सकता कि आप रात को सोएं और सुबह उठें तो आपकी टीम महान बन गई हो। हमें एक बार फिर से अपने खेल को देखना होगा।
होल्डर ने कहा- वेस्टइंडीज क्रिकेट सबसे खराब दौर में
होल्डर ने कहा, ‘वेस्टइंडीज क्रिकेट का सबसे खराब दौर अभी है। बोर्ड को फिर से युवाओं पर काम करना चाहिए ताकि खिलाड़ी टीम के रूप में खेले और 2-3 साल बाद हम फिर से बेहतर परफॉर्म करने लगें।
सभी जानते थे कि स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच कितना अहम है, हमारे पास उन्हें हराने का मौका था, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। ये वेस्टइंडीज क्रिकेट का सबसे खराब दौर है। लेकिन निकोलस पूरन जैसे खिलाड़ियों ने बेहतर क्रिकेट खेला और बताया बड़े स्टेज पर टीम के प्लेयर्स अब भी शानदार परफॉर्म कर सकते हैं।
ये किसी एक खिलाड़ी या राज्य की बात नहीं है। हमें इलाकाई मानसिकता छोड़नी होगी। हमें साथ मिलकर काम करना होगा और बडे बदलाव करने पड़ेंगे। हमें सोचना ही होगा कि क्रिकेट बोर्ड का फ्यूचर कैसा रहेगा।