दशहरा पर संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले-‘देश की तरक्की नहीं चाहते कुछ लोग, भारत में रहकर करते हैं भारत का ही विरोध’
नई दिल्ली, एजेंसी, बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व विजयादशमी पूरे देश में पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन कई अनूठी परंपराओं का निर्वहन भी होता है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विशेष कार्यक्रम का आयोजन करता है। विभिन्न शहरों में पथ संचलन होता है। इसके बाद शाम को रावण दहन किया जाता है। इसके साथ ही दशहरा पर्व की शुभकामनाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है।
देशभर में दशहरा पर्व की धूम
नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय है और हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यहां विशेष आयोजन हो रहा है। इस बार गायक-संगीतकार शंकर महादेवन का विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने बताया कि किस तरह देश आज विश्व शक्ति बनने की ओर अग्रेशित है। मजबूत राजनीतिक नेतृत्व के कारण देश सभी क्षेत्रों में विकास कर रहा है।
संघ प्रमुख ने आगे कहा कि 22 जनवरी को राम लला अयोध्या के भव्य मंदिर का विराजमान होने जा रहे हैं। यह एक बहुत बड़ा अवसर है। इस दिन हर कोई वहां नहीं जा सकता, लोग बाद में अपनी-अपनी सुविधा के हिसाब से जाएंगे, लेकिन उस दिन देश के हर मंदिर में विशेष आयोजन किया जा सकता है। मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए संघ प्रमुख ने कहा, यह हिंसा हो नहीं रही है, करवाई जा रही है। कुछ लोग नहीं चाहते भारत आगे बढ़े। साजिश के तहत माहौल बिगाड़ा जा रहा है। मणिपुर हिंसा का क्या मतलब है? हमें एकता के साथ खड़ा होना है।
कार्यक्रम की शुरुआत में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संस्थापक के.बी. हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्य अतिथि गायक-संगीतकार शंकर महादेवन भी उनके साथ रहे।