परेवाडीह के सरपंच और पंच 13 घंटे बंधक रहे; सरपंच के इस्तीफे के बाद ग्रामीणों ने छोड़ा
धमतरी, छत्तीसगढ के धमतरी जिले के ग्राम पंचायत परेवाडीह की सरपंच टिलेश्वरी साहू, दो महिला पंच और तीन पुरूष पंचों को पंचायत भवन के एक के कमरे में बाहर से ताला बंद कर एक हजार से अधिक ग्रामीणों की भीड़ ने 13 घंटों तक बंधक बनाए रखा। तड़के तीन बजे सरपंच के इस्तीफा देने के बाद ग्रामीणों ने सभी छह लोगों को छोड़ा। गांव की 52 एकड़ भूमि पर शासकीय उद्यानिेकी कालेज खोलने का ग्रामीण विरोध कर रहे है।
सरपंच के विरूद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव धवस्त होने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। पंचायत भवन में पथराव करने लगे। कुछ पंचों की चप्पल से पिटाई की गई। कम अंदर रह गए सरपंच और पांच पंचों को बंधक बना लिया गया। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात है।
25 मार्च को तड़के तीन बजे ग्राम विकास समिति और सरपंच-पंचों की चर्चा के बाद सरपंच टिलेश्वरी साहू ने ग्राम विकास समिति को ईस्तीफा दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने बंधक सभी छह लोगों को छोड़ा। इसके बाद पुलिस ने सभी को सुरक्षित गांव से बाहर निकाला। रात भर ग्रामीणों की भीड़ पंचायत भवन के बाहर डटी रही। भीड़ ने पंचायत भवन की बिजली तक काट दी थी।
एसडीएम, तहसीलदार, एएसपी, डीएसपी पुलिस बल के साथ तैनात रहे। डरे सहमे सरपंच, पंच और उनके के कुछ समर्थक रूद्री के चिन्हारी रिसार्ट में ठहरे हुए हैं। गांव जाने का साहस नहीं कर पा रहे हैं। रात में बंधक जनप्रतिनिधियों को पानी तक नहीं दिया गया। पहले इस्तीफा दो तब पानी देंगे, कहकर ग्रामीण चिल्लाते रहे। गांव में दबी जुबान से चर्चा है कि प्रशासन ने भी सरपंच का इस्तीफा देने मजबूर किया। कम पुलिस बल होने का हवाला देकर बंधक लोगों की किसी तरह से सहायता नहीं की गई।