पुलिस-मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने कोटवार की धारदार हथियार से गला रेतकर की हत्या

जगदलपुर, छत्तीसगढ़ में कोंडागांव जिले के एक गांव में माओवादियों ने गांव के कोटवार की हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि, एक दिन दिन पहले उसका नक्सलियों ने अपहरण किया था। फिर जंगल लेकर गए थे। फिर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाकर धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया। वारदात के वाद शव को गांव के ही नजदीक लाकर फेंक दिया। नक्सलियों की बयानार एरिया कमेटी ने वारदात की है। मामला जिले के बयानार थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के रेंगागोदी के गौर पारा के रहने वाले धर्मदास बघेल पिछले कई दिनों से नक्सलियों के निशाने पर था। नक्सलियों को शक था कि कोटावार पुलिस के लिए काम करता था। गांव की एक-एक खबर पुलिस को देता था। इसी कारण से कुछ समय पहले नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर उसे ऐसा न करने की चेतावनी भी दी थी। यदि करता तो जान से मारने की धमकी भी दी थी। वहीं अब एक दिन पहले नक्सलियों ने कोटवार को उसके गांव से ही अपहरण कर लिया था।

जिसे शनिवार की रात जंगल में लेकर गए। उसपर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया। फिर उसकी पिटाई की गई। जिसके बाद धारदार हथियार से वार कर उसे मार डाला। वारदात के बाद माओवादियों ने कोटवार के शव को गांव के नजदीक लाकर फेंक दिया था। गांव के ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि, पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। मामले की जांच की जा रही है।
शव के पास फेंके पर्चे
नक्सलियों ने शव के पास एक पर्चा भी फेंका है। नक्सलियों की बायनार एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। पर्चा में लिखा है कि पुलिस कोटवार पुलिस की मुखबिरी कर रहा था। समझने पर। भी नहीं माना। इसलिए PLGA ने इसकी हत्या कर दी। वहीं पुलिस ने पर्चा बरामद कर लिया है।