ओडिशा में छत्तीसगढ़ के पर्यटकों पर हमला, चार आरोपी गिरफ्तार, BJP के विरोध के बाद सील हुआ मुंडली टोल गेट
भुबनेश्वर, ओडीसा के कटक जिला आठगड़ थाना अंतर्गत मुंडली टोल गेट में छत्तीसगढ़ के पर्यटकों पर हमला होने की घटना में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार अपराह्न को कोर्ट चालन करते हुए जेल भेज दिया है। इस घटना को लेकर भाजपा की ओर से रास्ता अवरोध किया गया, जिसके बाद मुंडली टोल गेट को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। गौरतलब कि छत्तीसगढ़ से दो बस में सवार होकर आने वाले पर्यटकों के साथ मुंडली टोल गेट के कर्मचारियों ने टोल गेट की फीस भुगतान को लेकर पहले बहस किया, बाद में उन पर हमला किया था।
टोल फीस को लेकर शुरू हुआ था बखेड़ा
टोल फीस भुगतान को केंद्र कर घटने वाली इस घटना में 10 पर्यटक घायल हुए थे, जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। प्रशासन की ओर से छत्तीसगढ़ के सभी यात्रियों को बीजू पटनायक कल्याण मंडप में ले जाकर खाद्य की व्यवस्था की गई थी और उसके बाद बुधवार को उनकी वापसी की व्यवस्था भी की गई थी।
चार टोल कर्मचारी गिरफ्तार कर भेजे गए जेल
हालांकि, इस घटना के संबंध में पर्यटकों को लेकर आने वाली बस के चालक आनंद शुक्ला ने आठगड़ थाने में लिखित तौर पर शिकायत दर्ज करने के पश्चात विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया और फिर चार आरोपियों को गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने की दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाइ की मांग
गिरफ्तार होने वाले आरोपी हैं पाटेणी गांव का दीपक प्रधान, बुबु उर्फ दीपक प्रधान, कदंबपाटना का राजू बारिक एवं कामधेनुकोट इलाके का मनोरंजन बेहेरा। दूसरी ओर बुधवार को ही बीजेपी नेता अभय कुमार बारिक के अगुवाई में उप जिलाधीश को एक ज्ञापन दी गई। जिसके तहत अन्य राज्यों से आए पर्यटकों पर हमला, गाड़ियों की तोड़फोड़ के चलते दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। भाजपा नेता श्री बारिक ने इस मौके पर जल्द से जल्द मुंडली टोलगेट को हटाने की मांग की। यहां तक कि इन मांगों को लेकर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता चांदवाली चौक में पहुंच कर रास्ता अवरोध किया। जिसके चलते गाड़ियों की आवाजाही पर घंटों असर पड़ा।
इसकी सूचना मिलते ही आठगड़ के उप जिलाधीश हेमंत कुमार स्वाइं घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों को समझाया, लेकिन टोल गेट को न हटाने तक आंदोलन जारी रहेगा। यह चेतावनी भाजपा के नेता श्री बारिक ने दी। जिसके पश्चात प्रशासन के निर्देश के अनुसार पुलिस और मजिस्ट्रेट एवं अतिरिक्त तहसीलदार अशोक कुमार स्वाइं की मौजूदगी में टोल गेट को सील कर दिया गया है, जिसके बाद भाजपा के नेता और तमाम कार्यकर्ता आंदोलन वापस ले लिया।