ओडिशा में 19 के बाद कैबिनेट का विस्तार; कुछ मंत्रियों को भुवनेश्वर ना छोड़ने का निर्देश, कुछ दे सकते इस्तीफा
भुवनेश्वर, झारसुगुड़ा उपचुनाव के नतीजे आने से 24 घंटे पहले विधानसभा अध्यक्ष समेत राज्य के दो मंत्रियों के अप्रत्याशित तरीके से इस्तीफे को लेकर सियासी हल्ला मचा हुआ है, वहीं सत्ता के गलियारों में चर्चा है कि कुछ और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। कुछ मंत्रियों को 20 तारीख तक भुवनेश्वर से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं।
बिक्रम के साथ समीर दास और श्रीकांत साहू ने दिया इस्तीफा
गौरतलब है कि पिछले दिनों वरिष्ठ नेता बिक्रम केशरी आरुख ने विधानसभा अध्यक्ष पद और नीमापड़ा विधायक समीर रंजन दास और पोलसारा विधायक श्रीकांत साहू ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि धर्मेंद्र साहू आत्महत्या मामले में मंत्री समीर दास विवादों में घिरे हैं, जबकि मंत्री श्रीकांत साहू को उनके खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों के कारण पद से हटा दिया गया है।
नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में कर सकते हैं विस्तार
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक नव दास की हत्या के बाद खाली हुए कुल तीन मंत्रियों के पद को भरने के साथ ही एक छोटा सा विस्तार कर सकते हैं। इसके लिए दो से तीन मंत्रियों को भुवनेश्वर नहीं छोड़ने को कहा गया है।
मंत्रियों को भुवनेश्वर न छोड़ने का निर्देश
हालांकि, यह पता नहीं चला है कि इन्हें भुवनेश्वर नहीं छोड़ने के लिए क्यों कहा गया है। ऐसे में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को देखते हुए ये मंत्री अपने पद जाने को लेकर दुविधा में हैं। एक युवा मंत्री और एक महिला मंत्री को भुवनेश्वर नहीं छोड़ने के लिए कहा गया है। हालांकि, बीजद के विधायक अब अपने वफादारों पर अलग-अलग तरीके से दबाव बना रहे हैं कि उन्हें संभावित मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए।
राजभवन के सूत्रों के अनुसार, संभावित मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में राज्य सरकार या मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई सूचना नहीं मिली है। राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल, जो राज्य से बाहर हैं, को भुवनेश्वर लौटने में कोई समस्या नहीं है, अगर सरकार उनके मंत्रिपरिषद के विस्तार के लिए समय देती है। अन्यथा राज्यपाल 22 तारीख को भुवनेश्वर लौट आएंगे।