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ओपन काउंसिलिंग के बाद भी निजी कालेजों में सीटें खाली; प्रवेश तिथि 15 दिन बढ़ाने की मांग

रायपुर, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में शिक्षा सत्र 2023-24 प्रवेश के लिए ओपन काउंसिलिंग कराई गई। ओपन काउंसिलिंग के बाद भी कालेजों में अलग-अलग पाठ्यक्रमों को मिलाकर लगभग 15 हजार सीटें खाली रह गई। खाली सीटों में दाखिले के लिए तिथि बढ़ाने की मांग भी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालय एवं कालेजों में भी सीटेंं खाली रहने की संभावना है।

प्रवेश तिथि 31 अगस्त तक बढ़ाने की मांग

रविशंकर विश्वविद्यालय की तरफ से प्रवेश प्रक्रिया के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार 14 अगस्त तक प्रवेश देना था। लेकिन विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में अभी भी लगभग 15 हजार सीटें खाली है। इन खाली सीटों में प्रवेश के लिए तिथि बढ़ाने की मांग की गई है। एसोसिएशन आफ प्राइवेट प्रोफेशनल अनएडेड कालेज आफ छत्तीसगढ़ ने उच्च शिक्षा मंत्री और उच्च शिक्षा संचालनालय को पत्र लिखकर 31 अगस्त के प्रवेश तिथि बढ़ाने की मांग की है।एसोसिएशन की तरफ से मांग की गई की बारहवीं पूरक परीक्षाओं के परिणाम देरी से जारी किए गए। छात्रों की पहली प्राथमिकता शासकीय कालेजों में प्रवेश लेना होता है, इस लिहाज से भी निजी कालेजों में प्रवेश कम हुए है।31 अगस्त तक प्रवेश देने के लिए दोबारा पोर्टल शुरू करने की मांग की गई है।

सरकारी कालेजों की सीटें फुल

शहर के प्रसिद्ध शासकीय कालेजों में बीए, बीएससी, बीकाम, एमएससी जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश लगभग पूरे हो गए है, वहीं निजी कालेजों में कई कोर्स में सीटें खाली है। जिन पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश के लिए छात्रों ने आवेदन किया, उन कक्षाओं की आरक्षित सीटों को अनारक्षित में परिवर्तित कर प्रवेश दिए गए। बहुत सारे कक्षाओं में खाली सीटों की तुलना में आवेदन ही कम मिले हैं। इस कारण से सीटें खाली रह गई है।

जानकारों का मानना है कि छात्रों का रूझान प्राइवेट स्टूडेंट्स के तौर ज्यादा है। यही वजह है कि दो महीने से चल रही प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी बहुत सारी सीटें खाली रह गई है। छत्तीसगढ़ कालेज में एमए और होमसाइंस की सीटें खाली है। इसी तरह साइंस कालेज और डिग्री गर्ल्स कालेज में भी कई पाठ्यक्रमों में सीटें खाली रह गई है।

निजी कालेजों की सीटें ज्यादा खाली

विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कालेजों की सीटें ज्यादा खाली है। निजी कालेजों में तो बीए, बीकाम, बीएससी, बीसीए, पीजीडीसीए जैसे प्रमुख कोर्स की भी सीटें खाली रह गई है।प्रदेश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों से संबद्ध कालेजों में इस वर्ष उम्मीद के मुताबिक छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया है।

तकनीकी काेर्स में नहीं हुए प्रवेश

शिक्षाविद् मानते है कि कालेजों में खाली सीटों की मुख्य वजह तकनीकी कोर्स में अभी तक प्रवेश न हो पाना है। प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी, पालीटेक्निक, एमबीए, एमसीए जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई है। बहुत सारे छात्र इन कोर्स में प्रवेश के लिए भी आवेदन किए हैं।इन काेर्स में प्रवेश के लिए अभी तक मेरिट लिस्ट नहीं आई है। छात्रों को यहां पर प्रवेश मिलने की उम्मीद है, इस कारण से भी छात्र प्रवेश लेने में ज्यादा रूचि नहीं दिखा रहे हैं।

Narayan Bhoi

Narayan Bhoi is a veteran journalist with over 40 years of experience in print media. He has worked as a sub-editor in national print media and has also worked with the majority of news publishers in the state of Chhattisgarh. He is known for his unbiased reporting and integrity.

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