चिकित्सकों से परामर्श के बाद ही लें दवाइयां
0 एम्स में फार्माकोविजिलेंस जागरूकता सप्ताह वॉकाथॉन के साथ प्रारंभ
रायपुर, दवाइयों के दुष्प्रभावों से बचाव पर जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के फार्माकोलॉजी विभाग की ओर से फार्माकोविजिलेंस जागरूकता सप्ताह वॉकाथॉन के साथ प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर चिकित्सकों ने रोगियों और उनके परिजनों का आह्वान किया कि वे बिना साइडइफेक्ट्स के भय के दवाइयों को चिकित्सकों के उचित परामर्श के बाद लें। इससे स्वस्थ भारत के सपने को साकार किया जा सकता है।
एम्स से प्रारंभ हुई वॉकाथॉन में फार्माकोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने कहा कि कई रोगी दवाइयों के दुष्प्रभावों के कारण इलाज कराने से परहेज करते हैं जिससे उनका रोग और अधिक बढ़ जाता है। रोगी यदि संबंधित चिकित्सक के परामर्श और निगरानी में दवाइयां लेता है तो इसमें कोई साइडइफेक्ट नहीं होता है। उन्होंने बिना चिकित्सकीय परामर्श के एंटीबायोटिक दवाइयों को लेने के प्रति भी अगाह किया।
देश के फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम का एम्स भी एक भाग है जिसके अंतर्गत दवाइयों के दुष्प्रभावों को राष्ट्रीय स्तर पर एकत्रित कर इसका अध्ययन किया जाता है। जिससे दवाइयों के साइडइफेक्ट्स को कम किया जा सके। 23 सितंबर तक आयोजित होने वाले जागरूकता सप्ताह में इसके लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
वॉकाथॉन एम्स से प्रारंभ होकर टाटीबंध और पुनः एम्स तक पहुंचा। इसमें अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. मनीषा रूईकर, डॉ. एली मोहपात्रा, विभागाध्यक्ष डॉ. नितिन आर. गायकवाड़, प्रो. कृष्णदत्त चावली, पी. फुगजेंथन टी., डॉ. अंजली पाल, डॉ. उज्जवला गायकवाड़ सहित विभाग के चिकित्सक और चिकित्सा छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।