दंतैल हाथी ने 2 महिलाओं को कुचल कर मारा;एक ही परिवार के 4 लोगों पर किया हमला

बिलासपुर, कोरबा जिले में दंतैल हाथी ने रविवार को एक ही परिवार के 4 लोगों पर हमला कर दिया। जिसमें 2 महिलाओं की मौत हो गई। साथ ही एक पुरुष की हालत गंभीर है। वहीं एक युवक ने भागकर अपनी जान बचाई है। कटघोरा वनमंडल में सभी लकड़ी और फुटू लेने गए थे।

मामला केंदई रेंज के चोटिया डंप एरिया का है। जहां कोरबी गांव के रहने वाले नरसिंह, उनकी पत्नी राजकुमारी, बहन पुन्नी बाई और भांजा दीपक सिंह गए हुए थे। इसी दौरान हाथी वहां पहुंच गया। भागने की कोशिश से पहले ही हाथी ने 2 महिलाओं को कुचल दिया। जिसमें राजकुमारी और पुन्नी बाई की मौत हो गई।
हमले में नरसिंह भी बुरी तरह घायल हो गया है। जिसे कोरबा रेफर किया जा रहा है। वहीं दीपक किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहा।सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और हाथी मित्र दल ने हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। जिसके बाद डायल 112 की मदद से पोंडी उपरोडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
45 हाथियों का दल मौजूद
कटघोरा वनमण्डल के केंदई, एतमा नहर, पसान, कोरबी क्षेत्र में लगभग 45 से अधिक हाथियों का दल अलग अलग क्षेत्रों में विचरण कर रहा है। हाथियों ने पहले भी ग्रामीणों की फसलों के साथ उनके मकानों को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है।
मेंढरमार किसान के खेत मे नर हाथी की संदेहास्पद हालत में मिली शव, करेंट से मौत होने की आशंका
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में रविवार की सुबह खेत मे नर हाथी का शव मिलने से वन महकमें से लेकर ग्रामीण अंचल में हड़कंप मच गया है। मृत हाथी की सूचना गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई, जिससे मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। वन महकमा प्रथम दृष्टया करंट से हाथी की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र मेंढरमार कालोनी में कुछ दिनों से हाथियों की आवागमन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था। इस बीच लगातार आदिवासी किसानों के खेतों में लगे धान की फसल को पैरों तले रौंदकर नुकसान किया जा रहा था। ग्रामीण जन जनहानि एवं फसलों के क्षति से परेशान नजर आ रहे थे। इस बीच रविवार सुबह मेंढरमार के किसान अपने अपने दिनचर्या में लगे हुए थे।खेत खलिहान की सुरक्षा व उसका जायजा लेने जुट गए थे तभी उन्हें देव सिंह राठिया के खेत मे संदिग्ध परिस्थितियों एक नर हाथी मृत अवस्था मे नजर आया। जिसे देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वे बदहवास हालत में गांव आए और अन्य किसानों को इसकी सूचना दिए। ततपश्चात सरपंच के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों सूचित किया गया।