मोदी के नौ वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस ने पूछे नौ सवाल; प्रमोद तिवारी बोले-पीएम को अपनी फोटो फ्रेम में किसी और का नाम पसंद नहीं
रायपुर, राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने शनिवार को केंद्र सरकार के खिलाफ निशाना साधा। रायपुर पहुंचे तिवारी ने प्रेस वार्ता ली। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को अपनी फोटो फ्रेम में किसी और का नाम पसंद नहीं। पीएम आत्ममुग्धता का शिकार हो गए है। उन्होंने संसद भवन का पीएम के हाथों उद्घाटन होने पर इसे बाबा साहब अंबेडकर का अपमान एवं आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान बताया है। एक सवाल के जवाब में श्री तिवारी ने कहा कि संसद भवन के उद्घाटन में विपक्ष न भागीदार होगा और नही साझीदार होगा ।
उन्होंने कहा कि तीसरी बार मोदी सरकार जीत नही पाएगी,क्योकि कर्नाटक से इसकी शुरुवात हो चुकी है। इसलिए 2024 के आमचुनाव में भाजपा 100 सीटों में सिमट जाएगी। उन्होंने मोदी सरकार के नौ साल पर 9 सवाल भी पूछे है। साथ ही यह भी कहा कि सार्वजिक संपत्ति बेचना देश हित में नहीं है।
तिवारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कामकाजों की तारीफ की और दावा किया कि छत्तीसगढ़ समेत देश के राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश और तेलंगाना में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी। पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला व अन्य मौजूद रहे।
देश के 140 करोड़ जनता का चेहरा मायूस और उदास
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल को देश की 140 करोड़ जनता के लिए नाकामी, लाचारी और बेबसी भरा है। रिजर्व बैंक के रिजर्व फंड से 1 लाख 76 हजार करोड़ रू. निकाल लिया गया। 28 लाख करोड़ की कीमत की संपत्तियों को मात्र 60,000 लाख करोड़ रू. में बेच दिया गया। कांग्रेस शासनकाल में बनी सरकारी उपक्रमों कल कारखाना, हवाई अड्डा, विमानन कंपनी, रेलवे स्टेशन, ट्रेन, स्टेडियम, लालकिला सहित देश की ऐतिहासिक धरोहरों को अपने चंद पूंजीपति मित्रों को कौड़ी के दाम बेचने के अलावा इनके द्वारा कोई काम नहीं किया गया। आखिर भाजपा किस बात का जश्न मना रही है, जब देश के 140 करोड़ जनता का चेहरा मायूस और उदास लग रहा है। मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां आरएसएस और उनके अनुशांगिक संगठनों के अलावा किसी और को समझ नहीं आ रहा है। हकीकत यह है कि 9 साल के कार्यकाल में सिर्फ दो लोगों को छोड़कर 140 करोड़ जनता को भारी भरकम टैक्स अनियंत्रित महंगाई, बेरोजगार और भागमभाग के अलावा कुछ भी नहीं मिला