लोकसभा में दिल्ली बिल पास; शाह बोले- केंद्र को दिल्ली पर कानून बनाने का अधिकार, आप सांसद रिंकू बचे सत्र के लिए सस्पेंड
नई दिल्ली, गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच दिल्ली सेवा बिल पारित हो गया। इसके साथ ही सदन को अगले दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। दोपहर के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इस मुद्दे पर बोलने का मौका दिया। इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखते हुए अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार को यह अध्यादेश सदन में लाने और कानून बनाने का अधिकार है। उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर भी विपक्ष को घेरते हुए कहा कि विपक्षी दलों को मणिपुर की चिंता नहीं है। सभी राज्य के अधिकारों की बात कर रहे हैं, लेकिन कौन सा राज्य? दिल्ली राज्य नहीं, एक संघ शासित प्रदेश है। और संसद दिल्ली के लिए कानून बना सकता है।
संसद के मानसून सत्र का गुरुवार यानी 3 अगस्त को 11वां दिन था। लोकसभा में दिल्ली सर्विस बिल पास कर दिया गया। वहीं, स्पीकर ओम बिड़ला ने आप सांसद सुशील कुमार रिंकू को बाकी बचे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। रिंकू को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी लाए थे। रिंकू पर वेल में आकर कागज फाड़ने का आरोप था।
लोकसभा में 2 बजे दिल्ली अध्यादेश विधेयक पर चर्चा शुरू हुई। अमित शाह ने कहा कि विपक्षी दलों को गठबंधन का नहीं, दिल्ली का सोचना चाहिए। एक बात तय है कि चाहे कितना भी अलायंस कर लें, सरकार तो नरेंद्र मोदी की ही आ रही है। शाह ने ये भी कहा कि मणिपुर पर जितनी चर्चा चाहें, कर लें, मैं जवाब दूंगा।
गृह मंत्री के बोलने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि शाह के मुंह से नेहरू की तारीफ अच्छी लगी। शाह ने कहा कि मैंने तारीफ नहीं की। आपको लगता है तो मान लीजिए।
सुबह सदन नहीं पहुंचे थे ओम बिड़ला
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला गुरुवार सुबह सदन नहीं पहुंचे थे। बताया गया कि वे नाराज हैं। स्पीकर 2 अगस्त को भी सदन में नहीं आए थे। जैसे ही 11 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर के आसन पर उनकी जगह राजेंद्र अग्रवाल ने सदन की अध्यक्षता की।
कुछ समय बाद विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अग्रवाल से बिड़ला के बारे में बात की। कहा कि वे हमारे संरक्षक, हम उनके मुरीद हैं, हमारी अपील है कि वे वापस आ जाएं। इसके बाद दोपहर 2 बजे की कार्यवाही में ओम बिड़ला आसंदी पर बैठे।