हिंदी में कार्य को प्रोत्साहित करने एम्स को नराकास का तृतीय पुरस्कार
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के राजभाषा प्रकोष्ठ को रायपुर में कार्यरत केंद्र सरकार के विभागों और संस्थानों में राजभाषा हिंदी में उत्कृष्ठ कार्य के लिए बड़े संस्थानों की श्रेणी में नराकास का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। एम्स को यह पुरस्कार हिंदी में निरंतर कार्य के प्रतिशत को बढ़ाने और हिंदी को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न रचनात्मक कार्यों के लिए दिया गया है।
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) की बैठक में मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार ने यह पुरस्कार एम्स के उप-निदेशक (प्रशासन) कर्नल अजित कुमार और वरिष्ठ हिंदी अधिकारी (प्र.) शिव शंकर शर्मा को प्रदान किया। एम्स द्वारा हिंदी में पत्राचार के साथ सभी सरकारी कार्य हिंदी में अधिक से अधिक करने के लिए चिकित्सकों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए हिंदी प्रोत्साहन योजना और हिंदी डिक्टेशन योजना को लागू किया गया है। निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने पुरस्कार के लिए राजभाषा प्रकोष्ठ को बधाई दी है।
इसके साथ ही एम्स के राजभाषा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में हिंदी साहित्यकारों प्रेमचंद, महादेवी वर्मा और पं. रामनिवास शर्मा की जयंती पर भी नियमित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। एम्स में हिंदी काव्य सम्मेलन के लिए मंच का भी गठन किया गया है जिसके तत्वावधान में काव्य सम्मेलन आयोजित कर चिकित्सकों और छात्रों को स्व काव्य रचना के लिए प्रेरित किया जाता है।