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स्कूली बच्चों के लिए खुशखबरी; 10वीं तक के 55 लाख छात्र-छात्राओं को पुस्तक के बाद अब काॅपी भी फ्री

रायपुर, राज्य में पहली बार इस साल पहली से दसवीं कक्षा के 55 लाख से अधिक बच्चों को किताबों के साथ कापियां भी फ्री मिलेंगी। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में सवा करोड़ से अधिक कापियां मुफ्त देने का प्लान है। सरकारी स्कूलों के साथ-साथ सीजी बोर्ड के प्राइवेट स्कूल में भी बच्चों को भी इस योजना का फायदा मिलेगा।

नए सत्र के लिए कई स्कूलों में किताबों का वितरण शुरू कर दिया गया है। अब किताबों के साथ कापियां भी दी जाएंगी। ऐसे स्कूल जिनमें किताबों का वितरण हो चुका है, वहां कापियों का वितरण भी किया जाएगा। शिक्षा विभाग ए फॉर साइज की कापियां वितरित करेगा।

पहली से पांचवीं, छठवीं से आठवीं और नवमीं-दसवीं के छात्रों के बीच अलग-अलग संख्या में वितरण होगा। यानी जिन कक्षाओं में ज्यादा सब्जेक्ट हैं, उनके छात्रों को ज्यादा किताबें दी जाएंगी। अभी तक जो आंकड़े सामने आएं हैं उसके अनुसार प्राइमरी में 29 लाख, मिडिल में 14 लाख और हाई स्कूल में 12 लाख यानी करीब 55 लाख बच्चों को करीब सवा करोड़ कापियां बांटी जाएंगी।

प्राइमरी की एक कॉपी में 3 विषय

प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूल तीनों कक्षाओं के लिए अलग-अलग कापियां हैं। पहली से पांचवीं के बच्चों को थ्री इन वन कापियां दी जाएंगी। इसमें हिंदी, इंग्लिश व मैथ्स तीनों विषय के लिए पेज रहेंगे। ये 132 पेज की एक काॅपी होगी। प्राइमरी में एक छात्र को एक नग काॅपी ही मिलेगी, क्योंकि इनके छात्रों को कापियों की जरूरत बहुत कम पड़ती है। छठवीं से आठवीं के बच्चांे को सामान्य हिंदी वाली काॅपी दी जाएंगी। यह भी 132 पेज की होगी। इस कक्षा के प्रत्येक छात्र को तीन नग कापियां दी जाएगी। इसी तरह नवमीं व दसवीं के प्रत्येक छात्र को चार-चार नग कापियां दी जाएंगी।

3 करोड़ से ज्यादा किताबें बांटेंगे
सरकारी व निजी स्कूलों में पहली से दसवीं तक के 55 लाख छात्रों के लिए करीब तीन करोड़ किताबें छापी जा रही है। बड़ी संख्या में किताबों की छपाई हो चुकी है और कहीं कहीं इनका वितरण भी शुरू कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक इस बार सरकारी स्कूलों में 30 मई तक किताबें बांटने का लक्ष्य रखा गया है। ताकि बच्चांे को नया सत्र शुरू होते ही कुछ दिनों के भीतर ही किताबें मिल सके। स्वामी आत्मानंद स्कूलों की सभी कक्षाओं की किताबें स्कूलों में भेजी जा रही है।
इसी तरह सरकारी स्कूलों में नवमीं व दसवीं की किताबें स्कूलों तक पहुंचाई जा रही है, जबकि यहां पहली से आठवीं की किताबें संकुलों में भेजी जाएगी। स्कूल प्रबंधन के प्रतिनिधियों को किताबें लेने संकुल कार्यालय आना होगा। सीजी बोर्ड से जुड़े निजी स्कूलों को सभी कक्षाओं किताबें संकुलों से ही मिलेंगी।

इस बार 33 जिलों के संदर्भ में पढ़ेंगे छात्र
सीजी बोर्ड से संबद्ध स्कूली किताबों में इस बार कुछ बदलाव हुए हैं। जैसे, छात्र पिछले साल तक 28 जिलों के बारे में पढ़ते थे। नए सत्र से छात्र 33 जिलों के बारे में पढ़ेंगे। कुछ वर्ष पहले बने 5 नए जिलों की जानकारी के साथ नया मानचित्र किताबों में छापा गया है। इसके अलावा पहली से दसवीं तक में सड़क सुरक्षा से संबंधित चैप्टर भी शामिल किए गए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार इस साल भी सीजी बोर्ड से जुड़ी किताबों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

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