INDIGO;फ्लाइट ऑपरेशन सामान्य, 100% रिफंड के करीब… 4,500 बैग यात्रियों तक पहुंचा दिए गए

नईदिल्ली, इंडिगो फ्लाइट संकट पर आज नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने साफ कहा कि सरकार ऐसा एक्शन लेगी जो पूरी एविएशन इंडस्ट्री के लिए मिसाल बनेगा. मंत्री ने दो टूक बताया कि जांच पूरी पारदर्शिता से होगी और लापरवाही साबित होने पर कड़े कदम उठेंगे. इसी क्रम में DGCA ने कल इंडिगो के CEO को तलब किया है, ताकि बड़े पैमाने पर हुई फ्लाइट कैंसिलेशन, क्रू रोस्टरिंग फेलियर और ऑपरेशनल चूक पर विस्तृत जवाब लिया जा सके. केंद्र का फोकस यात्रियों के साथ हुई असुविधा की भरपाई, जवाबदेही तय करने और भविष्य में ऐसे संकट रोकने पर है.
इंडिगो की उड़ान सेवाओं में जारी अव्यवस्था पर कंपनी ने ताज़ा अपडेट जारी कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है. एयरलाइन के अनुसार आज 1,802 उड़ानें संचालित की जानी हैं, जबकि दबाव और स्टाफिंग चुनौतियों के चलते 500 उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं. कंपनी का दावा है कि ग्राउंड से लेकर टेक्निकल टीम तक, सभी विभाग यात्रियों की असुविधा कम करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
रद्दीकरण से प्रभावित यात्रियों को लौटाई गई राशि भी काफी बड़ी है. 1 से 7 दिसंबर के बीच 5,86,705 पीएनआर रद्द हुए और इसके लिए ₹569.65 करोड़ का रिफंड दिया गया. वहीं 21 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच कुल 9,55,591 पीएनआर कैंसिल हुए, जिनके लिए ₹827 करोड़ वापस किए गए. लगेज संकट पर एयरलाइन ने बताया कि कुल 9,000 बैग में से आधे यानी 4,500 बैग यात्रियों तक पहुंचा दिए गए हैं और बाकी बैग अगले 36 घंटों में डिलीवर करने का लक्ष्य है.
अब जांच रिपोर्ट का इंतज़ार
नागरिक उड्डयन सचिव समीर सिन्हा ने इंडिगो फ्लाइट्स की हालिया गड़बड़ी पर कहा कि स्थिति अब लगभग पूरी तरह सामान्य हो चुकी है. उनके अनुसार एयरलाइन ने संचालन में तेजी से सुधार किया है और आज 1,800 से अधिक उड़ानें संचालित की हैं, जो सामान्य दिनों के बराबर है. उन्होंने बताया कि मंत्रालय शुरू से मामले को गंभीरता से देख रहा था और इसी वजह से तुरंत आदेश जारी किए गए तथा इंडिगो के साथ लगातार समन्वय किया गया. सिन्हा के अनुसार यात्रियों का 100% रिफंड पूरा किया जा चुका है और अब जांच रिपोर्ट का इंतज़ार है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी.
इंडिगो ने विस्तृत जांच के लिए मांगा 15 दिन का वक्त, दिया डीजीसीए के नियमों का हवाला
इंडिगो ने DGCA को भेजे अपने विस्तृत जवाब में नेटवर्क फेलियर की पूरी वजह बताने के लिए 15 दिन का समय मांगा है. एयरलाइन ने कहा कि कई वजहों के चलते हालात बिगड़े. कंपनी का कहना है कि इतनी बड़ी अव्यवस्था का सही रूट कॉज तुरंत बताना संभव नहीं है, इसलिए नियमों के मुताबिक अतिरिक्त समय चाहिए. 5 दिसंबर को एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द करके “नेटवर्क रीबूट” किया ताकि फंसे यात्रियों को राहत मिले, एयरपोर्ट की भीड़ कम हो और क्रू तथा विमान को सही लोकेशन पर भेजा जा सके. कंपनी का दावा है कि 6 दिसंबर से स्थिति सामान्य होने लगी और यात्रियों को लगातार जानकारी, भोजन-कपड़ों की सुविधा, होटल और कैब जैसी मदद दी गई. DGCA अब इंडिगो के जवाब की जांच कर रहा है और नियमों के मुताबिक आगे कार्रवाई करेगा.
इंडिगो की गलती पर जांच के लिए बनी 5 सदस्यीय कमेटी, DGCA संयुक्त महानिदेशक करेंगे नेतृत्व
IndiGo Flight Cancellation LIVE: DGCA ने इंडिगो की निर्धारित उड़ानों में हुई भारी बाधा की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया है. यह समिति बाधा के कारणों की व्यापक समीक्षा करेगी. इसका मुख्य कार्य उन परिस्थितियों का मूल्यांकन करना है जिनके कारण इतनी बड़ी समस्या उत्पन्न हुई. समिति का नेतृत्व संयुक्त महानिदेशक संजय के. ब्रम्हाणे करेंगे. इसमें उप महानिदेशक अमित गुप्ता, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कैप्टन कपिल मंग्लिक और उड़ान संचालन निरीक्षक कैप्टन लोकेश रामपाल शामिल हैं. यह कदम हवाई सेवाओं में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.




