48 साल में लगे केवल दो दोहरे शतक;कमजोर देशों के खिलाफ बल्लेबाजों ने लगाए 150 रन पार
क्रिकेट केवल आंकड़ों का खेल ही नहीं है बल्कि शतकवीरो का भी खेल है। तीन अंकों तक पहुंचते ही मैदान में रोमांच चरम पर पहुंच जाता है। लॉर्ड्स के मैदान की परंपरा के अनुरूप देश दुनियां के मैदानों में दर्शक खड़े होकर अभिवादन करते है तालियां बजाते है। बल्लेबाज भी कई तरीकों से जश्न मनाते है।
एकदिवसीय क्रिकेट का पहला अंतर्राष्ट्रीय आयोजन 1975में इंग्लैंड में शुरू हुआ और भारत के वर्तमान आयोजन में आज तक खेले गए 421 मैच में केवल दो अवसर ऐसे आए है जिसमे बल्लेबाजों ने दोहरा शतक लगाया है।मार्टिन गुप्टिल (न्यूजीलैंड)और क्रिस गेल( वेस्ट इंडीज) ने ही विश्व कप के आयोजन में ये उपलब्धि हासिल किया है। 24बल्लेबाजों ने 150 या इससे अधिक रन बनाए लेकिन 200रन के पहले ही आउट हो गए।एक बात अनोखी है कि 150 रन से बने अधिक व्यक्तिगत स्कोर में से 90फीसदी शतक श्रीलंका, जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, नामीबिया अफगानिस्तान, नीदरलैंड, ईस्ट आफ्रीका के लगे हैं।
विश्व कप(1975) के पहले आयोजन में न्यूजीलैंड के ग्लेन टर्नर ने ईस्ट आफ्रीका के खिलाफ 171 रन नाबाद की पारी खेली। 16चौके और 2छक्के ग्लेन टर्नर ने लगाए थे कुल जमा 201(33.3ओवर)बॉल खेले थे तब के जमाने में टेस्ट की आदत नहीं गई थी।1979के दूसरे आयोजन में कोई भी बल्लेबाज ग्लेन टर्नर का रिकार्ड तोड नहीं पाया
विश्वकप के तीसरे आयोजन (1983) में भारत के कपिलदेव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 175रन नाबाद की पारी खेली। कपिलदेव ने 138(23ओवर)बॉल में 16चौके और 6छक्के लगाए थे।
कपिलदेव का सर्वाधिक व्यक्तिगत रन का रिकार्ड 1987में वेस्ट इंडीज के विवियन रिचर्ड्स ने श्रीलंका के खिलाफ 125 बॉल में 16चौके और कपिल देव से एक अधिक छक्का (7) लगाते हुए 181रन बनाकर रिकार्ड अपने नाम कर लिया।
1996के विश्व कप आयोजन में दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन ने 13चौके और4छक्कों की मदद से 188रन की पारी इंग्लैंड के खिलाफ खेली।
2013के आयोजन में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 10चौके और16छक्कों की मदद से 215 रन नाबाद बनाए।गेल ने 124रन केवल खड़े खड़े बनाए थे।गेल ने147बॉल खेली थी क्रिस गेल का ये रिकार्ड एक महीने में ही टूट गया। न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने बांग्लादेश के खिलाफ 163बॉल में 24चौके और 11छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाये। गुप्टिल ने 162रन केवल चौके छक्कों की मदद से बनाया था।। गुप्टिल का सर्वाधिक व्यक्तिगत रन बनाने का रिकार्ड आज तक बरकरार है।
विश्वकप में अब तक 24बल्लेबाज 150 से अधिक रन बनाए है ।उनके नाम इस प्रकार है
* ऑस्ट्रेलिया – डेविड वार्नर 178रन (अफगानिस्तान) 166 रन (बांग्लादेश) 163 रन (पाकिस्तान) , मैथ्यू हेडन 158 (वेस्ट इंडीज)। भारत- सौरव गांगुली 183(श्रीलंका) वीरेंद्र सहवाग 175( बांग्लादेश) सचिन तेंदुलकर 152(नामीबिया)। *दक्षिण अफ्रीका= क्विंटन डिकॉक 174( बांग्लादेश) ए बी डिविलयर्स 162( वेस्ट इंडीज) एंड्रयू हडसन 161(नीदरलैंड) हासिम अमला 159(आयरलैंड)। *इंग्लैंड-एंड्रयू स्ट्रॉस 158(भारत) जेसन रॉय 153( बांग्लादेश) एरोन फिंच 153( श्रीलंका)। श्रीलंका- तिलारत्ने= 161(बांग्लादेश)। न्यूजीलैंड- डेवोन कानवे 152(इंग्लैंड) । *पाकिस्तान- इमरान नजीर 160(जिम्बाब्वे)। जिम्बाब्वे – क्रेग विसार्ट 172नाबाद (नामीबिया) ने 150 रन से अधिक की पारी खेले है।
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोई भी बल्लेबाज 150से अधिक रन 48साल में अब तक नहीं बना पाए है। बांग्लादेश के खिलाफ 6,जिम्बाब्वे और श्रीलंका के विरुद्ध 3-3,नामीबिया के खिलाफ2,आयरलैंड, अफगानिस्तान और नीदरलैंड के विरुद्ध एक एक बार बल्लेबाजो ने 150से अधिक स्कोर किया है। जो ये बताता है कि कमजोर देशों के खिलाफ बल्लेबाजों ने धूम मचाया है।
वैसे तो विवियन रिचर्ड्स, क्रिस गेल, डेविड वार्नर, वीरेंद्र सहवाग की बैटिंग आक्रामक मानी जाती है लेकिन विलक्षण कहे तो डिविलियर्स माने जायेंगे। 2015के विश्वकप आयोजन में वेस्ट इंडीज के खिलाफ उनके बल्ले से 66बॉल (11ओवर) में 166रन की धुवांधार पारी निकली थी।17 चौके और 8छक्के की मदद से ये रन बने थे। 25बॉल में116रन किसे कहते है!
स्तंभकार -संजयदुबे