कानून व्यवस्था

RAID; प्रदेश में भ्रष्टाचार का आलम, फाइल आगे बढाने 20 हजार की रिश्वत, बीएमओ और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का क्‍लर्क गिरफ्तार

रायपुर, प्रदेश में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि फाइल आगे बढाने के लिए 20 हजार रुपये की लेंदेन के लिए बाध्य होना पड रहा है। राजधानी रायपुर से लेकर आदिवासे इलाका दंतेवाडा तक यह खेल चल रहा है। बहरहाल एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो ने भ्रष्‍टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग प्रकरण में बीएमओ दंतेवाड़ा और संचालनालय (स्वास्थ्य सेवाएं) रायपुर के बाबू को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (धारा 7 पीसीएक्ट 1988) के प्रविधानों के तहत कार्रवाई की गई।

फाइल को आगे बढ़ाने मांगी थी रिश्वत

प्रकरण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजिम की स्टाफ नर्स नेमिका तिवारी ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी। उसने बताया कि अध्ययन अवकाश स्वीकृति के लिए जिला स्वास्थ्य कार्यालय में आवेदन दिया था, जो संयुक्त संचालक (नर्सिंग), संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं सेक्टर-19 नवा रायपुर कार्यालय में लंबित था।फाइल को अगली प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ाने कार्यालय के सहायक अधीक्षक सूरज कुमार नाग ने 20 हजार रुपये मांगे थे। एसीबी की टीम ने आरोपी को ट्रैप किया। उसे उसके राजेंद्र नगर स्थित शासकीय आवास के पास से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।

इधर दंतेवाड़ा निवासी प्रार्थी सुनील कुमार नाग ने एसीबी जगदलपुर कार्यालय में शिकायत की थी कि वह बीएमओ कार्यालय दंतेवाड़ा में दो वाहन किराए पर चलवा रहा था, जिसका बिल भुगतान जनवरी माह से लंबित था। भुगतान के लिए बीएमओ डा. वेणु गोपाल राव 15 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने बीएमओ को पकड़ने योजना बनाई। इसके बाद शुक्रवार को आरोपी डा. वेणु गोपाल राय को कार्यालय में 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।

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