राजनीति

POLITICS; सुप्रिया ने कहा- कांग्रेस के गुजरात अधिवेशन से बौखलाए मोदी-शाह,नेशनल हेराल्ड का मामला लोगों का ध्यान भटकाने के लिए

सुप्रिया

रायपुर, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया विभाग की अध्यक्ष एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला भाजपा द्वारा ध्यान भटकाने, बरगलाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ने का एक प्रयास है। देश के सामने मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना, अपनी विफलताओं से ध्यान उलझाना, स्वतंत्रता संग्राम को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और देश की विरासत का अपमान करना है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक गुजरात अधिवेशन से बौखलाए मोदी-शाह की जोड़ी ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED)-अपनी पसंदीदा आपराधिक वसूली मशीन को छोड़ दिया है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर तथाकथित आरोप पत्र कुछ और नहीं बल्कि विशुद्ध राजनीतिक षड़यंत्र है। गांधी परिवार का हर सदस्य- चाहे वह राजनीति में हो या नहीं-भाजपा द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।

विडंबना यह है कि पहली बार मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप ऐसे मामले में लगाए जा रहे है, जिसमें एक भी पैसा या संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई है। बैलेंस शीट को कर्ज मुक्त बनाने के लिए कर्ज को इक्विटी में बदला जाता है। यह एक आम प्रथा है और पूरी तरह से कानूनी है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कहां है?

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ये एक षड़यंत्रकारी राजनीतिक ठगी है। मोदी सरकार ने ईडी को अपना  Election Department बना लिया है और बेशर्मी से और बार-बार प्रतिशोध के लिए इसका दुरुपयोग कर रही है। ईडी के मामलों में सजा की दर सिर्फ 1 प्रतिशत है। इसके अलावा, ईडी ने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए है, उनमें से 98 प्रतिशत मामले सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ है।
श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के परिवार के खिलाफ मनगढ़ंत मामलों की जा रही साजिश सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से कम नहीं है। फर्जी और झूठे मामलों के माध्यम से नेतृत्व और उनके परिवारों को निशाना बनाकर, भाजपा सरकार कांग्रेस पार्टी को दबाने की पूरी कोशिश कर रही है। एकमात्र ताकत जो लगातार लोगों के साथ और इस देश की आत्मा के लिए खड़ी रही है। यह लोकतांत्रिक विपक्ष पर सीधा और खतरनाक हमला है। यह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा राजनीतिक धमकी का एक भद्दा प्रयास है। यह बदले की राजनीति का सबसे बुरा रूप है। चाहे वे हमें कितना भी चुप कराने की कोशिश करें, हम चुप नहीं होंगे। जो लोग दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं, वे खुद डरे हुए है। यह एक राजनीतिक साजिश है, और कांग्रेस पार्टी इसका सीधे सामना करेगी। सत्य की जीत होगी।

उन्होंने नेशनल हेराल्ड के बारे में कुछ तथ्य स्पष्ट किया। 1937 में पुरूषोत्तम दास टंडन, आचार्य नरेंद्र देव और रफी अहमद किदवई जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ, पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ भारत के स्वतंत्रता संग्राम की मुख्य आवाज के रूप में नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत की, जिसके हिंदी और उर्दू संस्करण नवजीवन और कौमी आवाज शीर्षक से प्रकाशित हुए। नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता संग्राम की राष्ट्रीय धरोहर है। अंग्रेजों को इस अखबार से इतना खतरा महसूस हुआ कि उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान नेशनल हेराल्ड पर प्रतिबंध लगा दिया और यह प्रतिबंध 1945 तक चला।

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