स्वास्थ्य

PROTEST; अपर कलेक्टर के दुर्व्यवहार से नाराज़ डॉक्टरों की हड़ताल, ओपीडी सेवा ठप…

दुर्व्यवहार

0 आपातकालीन सेवाएं भी बंद करने की चेतावनी

जगदलपुर, बस्तर अंचल के नारायणपुर जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों ने अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई के कथित दुर्व्यवहार के विरोध में ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद कर दी है। गुरुवार सुबह से अस्पताल परिसर में डॉक्टरों और कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बताते है लंबे समय से इनकी मनमानी पर कोई रोक नहीं लग रही है। पूर्व में मकान खाली कराने के मामले में भी अपर कलेक्टर पर कर्मचारियों को धमकाने चमकाने के आरोप लगे थे।

पूरा स्टाफ मानसिक दबाव में काम कर रहा

डॉक्टरों का आरोप है कि अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई समय-समय पर चिकित्सकों के साथ अभद्र भाषा और अपमानजनक व्यवहार करते रहे हैं, जिससे अस्पताल का पूरा स्टाफ मानसिक दबाव में काम कर रहा है। हाल ही में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जयश्री साहू के साथ एक गंभीर घटना हुई, जब वे स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के चलते ट्रांजिट हॉस्टल के रिक्त कक्ष के आवंटन को लेकर अपर कलेक्टर से मिलने गई थीं। इस दौरान उनके साथ कथित तौर पर अनुचित भाषा का प्रयोग किया गया, जिससे वे मानसिक रूप से आहत हुईं। इससे पूर्व भी कई बॉन्डेड डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने इसी प्रकार के व्यवहार की शिकायतें की थीं।

अपर कलेक्टर से सार्वजनिक माफी की मांग

डॉक्टरों ने 20 जून को कलेक्टर को पत्र सौंपकर अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई से सार्वजनिक माफी की मांग की थी और 24 जून तक का समय दिया था। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे नाराज होकर डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा बंद कर दी। इस हड़ताल से गुरुवार को जिला अस्पताल की ओपीडी पूरी तरह ठप रही और मरीज इधर-उधर भटकते नज़र आए। मामला तूल पकड़ता जा रहा है और अब जिला प्रशासन पर उचित निर्णय लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है।

जिला अस्पताल के जनरल सर्जन डॉ. आदित्य केतकी ने बताया कि अपर कलेक्टर के दुर्व्यवहार को लेकर 20 जून को कलेक्टर को पत्र सौंपा गया था, जिसमें 24 जून तक सार्वजनिक माफी की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे नाराज होकर 27 जून से ओपीडी सेवा बंद  कर दी गई है। यदि अब भी समाधान नहीं निकला, तो आपातकालीन सेवाएं भी बंद की जाएंगी।

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