CBI ;मेडिकल कॉलेज मान्यता घोटाले में रविशंकर महाराज उर्फ रावतपुरा सरकार के खिलाफ भी FIR, मेडिकल कॉलेज जीरो ईयर घोषित
36 नाम

0 देशभर में फैला है नेटवर्क, सीबीआई की प्रथम सूचना रिपोर्ट में 36 डाक्टर-अफसर के नाम
दिल्ली/रायपुर, CBI ने 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर कई मेडिकल कॉलेजों में हड़कंप मचा दिया है। ऐसे कॉलेजों में रायपुर के रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट का नाम भी सामने आया है। ताज्जुब करने वाली बात यह है कि CBI की FIR में 36 आरोपियों के नाम न केवल मान-सम्मान के साथ दर्ज किए गए हैं बल्कि चौंकाने वाले भी हैं। इनमें प्रमुख नाम प्रसिद्ध संत श्री रविशंकर जी महाराज का है। FIR में क्रमांक (4) पर श्री रविशंकर जी को मेडिकल कॉलेज का चेयरमैन बताया गया है। जबकि CBI में दर्ज FIR में आरोपी क्रमांक (6) डी.पी. सिंह को बनाया गया है। वे टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, मुंबई के चेयरमैन बताए जाते हैं। इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ के रावतपुरा मेडिकल कॉलेज सहित जांच में शामिल सभी कॉलेज को इस वर्ष जीरो ईयर घोषित हो सकता है। इस वर्ष कोई फर्स्ट ईयर एडमिशन नहीं होगा। मान्यता के लिए रिश्वत के खुलासे के बाद प्रबंधन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की संभावना है।
सीबीआई ने इस मामले में 36 आरोपियों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। इनमें नेशनल मेडिकल कमीशन के अधिकारी, डॉक्टर और स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसर, प्राइवेट कॉलेजों के जिम्मेदार अधिकारी और दलाल शामिल हैं। CBI ने मंगलवार को इस मामले में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इनमें डॉ. मंजप्पा सीएन (इंस्पेक्शन टीम प्रमुख), डॉ. चैत्रा एमएस (निरीक्षण दल की सदस्य), डॉ. अशोक शेलके (निरीक्षण दल के सदस्य), अतुल कुमार तिवारी (SRIMSR, रायपुर के निदेशक), सथीश ए (डॉ. मंजप्पा सीएन का सहयोगी) और रविचंद्र के (आरोपी डॉ. चैत्रा का पति) को CBI की टीम ने गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 7 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर सीबीआई को सौंपा है। सीबीआई की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
यह भी जानकारी सामने आई है कि डी.पी. सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा सलाहकार के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यह भी बताया जाता है कि डी.पी. सिंह UPSC (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) के सदस्य भी रह चुके हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त बताई जाती है।श्री सिंह के अलावा IFS संजय शुक्ला को भी आरोपी क्रमांक (9) बनाया गया है। संजय शुक्ला छत्तीसगढ़ रेरा के चेयरमैन भी हैं। इसके अलावा CBI की FIR में 20 आरोपियों के नाम सामने आए हैं।
उधर, CBI की FIR सामने आने के बाद रावतपुरा इंस्टिट्यूट की ओर से व्यापक प्रतिक्रिया भी सामने आई है। रावतपुरा आश्रम के कई साधक तस्दीक कर रहे हैं कि “संत श्री” का नाम FIR में बेवजह घसीटा गया है। उनके मुताबिक FIR में CBI ने उन लोगों को भी आरोपी बना दिया है, जिनका मेडिकल कॉलेज संचालन से कोई लेना-देना नहीं है, न तो वे पदाधिकारी हैं और न ही ऐसे संस्थान में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की गई है। साधकों ने यह भी दावा किया है कि CBI की FIR राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने यह भी दावा किया कि रिश्वत की रकम न तो उनके मेडिकल संस्थान से जब्त की गई और न ही अब तक इसकी वैधानिक जब्ती सामने आई है। हालांकि, जांच एजेंसियों ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
FIR में दर्ज नामों पर एक नज़र –
देशभर के कई राज्यों में छापेमारी के बाद CBI की FIR भी सामने आ गई है। इसमें जिन नामों का उल्लेख किया गया है, उनमें
1. श्री मयूर रावल — रजिस्ट्रार, गीतांजलि विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
2. श्री आर. रणदीप नायर — प्रोजेक्ट हेड, टेकइंफी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, मकान नंबर 52B, 1.2 ब्लॉक, प्रथम तल, गेट नंबर 11, डीडीए फ्लैट्स, कालकाजी, नई दिल्ली
3. श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च (SRIMSR), रायपुर, छत्तीसगढ़
4. श्री रवि शंकर जी महाराज — चेयरमैन, श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च (SRIMSR), रायपुर, छत्तीसगढ़
5. श्री अतुल कुमार तिवारी — निदेशक, श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च, नया रायपुर, छत्तीसगढ़
6. श्री डी.पी. सिंह — चांसलर, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज़, मुंबई
7. डॉ. अतिन कुंडू, पिता श्री एन.के. कुंडू — श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च, नया रायपुर
8. श्री लक्ष्मीनारायण चंद्राकर — लेखापाल, श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च, नया रायपुर
9. श्री संजय शुक्ला, पिता श्री कृपा शंकर शुक्ला — श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च, नया रायपुर
10. डॉ. मंजप्पा सीएन — प्रोफेसर एवं एचओडी (ऑर्थोपेडिक्स), मंड्या इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, बैंगलोर-मैसूरु मुख्य मार्ग, मंड्या, कर्नाटक — एनएमसी निरीक्षण टीम के सदस्य
11. डॉ. सतीश, बैंगलोर
12. डॉ. चैत्रा एमएस — एनएमसी निरीक्षण टीम की सदस्य
13. डॉ. पी. रजिनी रेड्डी — एनएमसी निरीक्षण टीम की सदस्य
14. डॉ. अशोक शेल्के — एनएमसी निरीक्षण टीम के सदस्य
15. डॉ. बी. हरि प्रसाद — मकान संख्या 3/170, कुम्मारवंडला पल्ली, कदिरी, अनंतपुर, आंध्र प्रदेश
16. डॉ. रामबाबू — पेंटहाउस, पार्क व्यू जीएस अपार्टमेंट्स, श्रीनगर पार्क के पास, श्रीनगर कॉलोनी, हैदराबाद
17. डॉ. कृष्ण किशोर — मकान संख्या 49-11-5, ललिता नगर, अक्कय्यापालेम, विशाखापत्तनम
18. श्री वेंकट — निदेशक, गायत्री मेडिकल कॉलेज, विशाखापत्तनम
19. फादर जोसेफ कोम्मारेड्डी — फादर कोलंबो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, वारंगल
20. सुश्री शिवानी अग्रवाल — सहायक प्रबंध निदेशक एवं प्रमुख, रेडियोलॉजी विभाग, नेशनल कैपिटल रीजन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, मेरठ, उत्तर प्रदेश
21. स्वामी भक्तवत्सलदासजी — स्वामीनारायण इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च (SIMSR), कालोल, गांधीनगर, गुजरात, को आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा अन्य 15 नाम शामिल है।