कानून व्यवस्था

CBI; रावतपुरा मेडिकल कालेज मामले में एक डॉक्टर और पूर्व आईएफएस अफसर की जल्द होगी गिरफ्तारी

रायपुर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जल्द ही छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) के अध्यक्ष और पूर्व आईएफएस अधिकारी संजय शुक्ला और आंबेडकर अस्पताल के पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर (हड्डी रोग विशेषज्ञ) डॉ. अतिन कुंडु को गिरफ्तार कर सकती है. CBI ने इस मामले में अभियोजन स्वीकृति के लिए केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखा है. यह कार्रवाई रावतपुरा सरकार आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (एसआरआईएमएसआर) को मान्यता दिलाने और सीटें बढ़ाने के लिए रिश्वतखोरी के मामले में की जा रही है.

सीबीआई ने इस मामले में पहले ही आठ आरोपियों के खिलाफ 20,000 पन्नों का चालान विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया है. सीबीआई के चालान में सबसे अहम खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के रायपुर के रावतपुरा मेेडिकल कॉलेज यानी कि रावतपुरा सरकार आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (SRIMSR) के चेयरमैन रविशंकर महाराज यानी कि रावतपुरा सरकार, रिटायर्ड आईएफएस और रेरा चेयरमैन संजय शुक्ला और रायपुर मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अतिन कुंडू इस घूस कांड के षड्यंत्र में शामिल थे।

रायपुर केंद्रीय जेल में बंद रावतपुरा मेडिकल कॉलेज के एक डायरेक्टर अतुल तिवारी और रविशंकर महाराज की चैटिंग रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। इस चैटिंग में संजय शुक्ला और डॉ. अतिन कुंडू का बार-बार जिक्र आया है। जांच में सामने आया है कि इस घोटाले में संजय शुक्ला और डॉ. अतिन कुंडु की अहम भूमिका थी. देशभर के विभिन्न राज्यों के 35 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया गया है, जिनकी जांच रायपुर और दिल्ली की सीबीआई टीमें कर रही हैं.

संजय शुक्ला निजी मेडिकल कॉलेज के ट्रस्टी

सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी संजय शुक्ला रायपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में ट्रस्टी हैं. वहीं, डॉ. अतिन कुंडु को आंबेडकर अस्पताल से हटाकर जगदलपुर अटैच किया गया है. सूत्रों के अनुसार, दोनों अधिकारी गिरफ्तारी से बचने के लिए कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं और अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रहे हैं. इससे वे अभियोजन स्वीकृति के बाद पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उपस्थित हो सकें.

आठ आरोपी जेल में बंद

इस मामले में अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि 27 अन्य लोगों की भूमिका की जांच जारी है. सीबीआई इस घोटाले के हर पहलू की गहन जांच कर रही है, ताकि सभी दोषियों को सजा दिलाई जा सके.

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