सीएम बघेल बोले- भाजपा शासन में आदिवासी को नक्सली समझ देखते ही मारते थे गोली
जगदलपुर, भाजपा के 15 वर्ष के शासन में हर आदिवासी को देखते ही उसे नक्सली समझते थे, उसे देखते ही गिरफ्तार कर जेल में बंद कर देते थे या गोली मार देते थे या फिर फर्जी मुठभेड़ में हत्या कर दी जाती थी। विश्व आदिवासी दिवस में सम्मिलित होने बस्तर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बातें दलपत सागर में मिलेट्स कैफे के उद्घाटन अवसर पर पत्रकारों से चर्चा में कही है।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन के जगदलपुर प्रवास पर मंगलवार दोपहर को रायपुर से नियमित विमान में जगदलपुर पहुंचे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद जेल में बंद सैकड़ों निर्दोष आदिवासियों को जेल से स्वतंत्र कराया गया। फर्जी मुठभेड़ नहीं हुए। सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आदिवासियों के लिए बहुत से काम किए, जिससे धीरे-धीरे आदिवासियों का भरोसा लालतंत्र की जगह लोकतंत्र पर बढ़ा है। इन पांच वर्ष में नक्सली अपने आधार क्षेत्र से बहुत पीछे हटने विवश हुए हैं। कमजोर पड़ चुके नक्सली अब लड़ने का तरीका बदला है, पहले वे विस्फोट करते थे या आमने-सामने हमले करते थे। अब वे ग्रामीणों के घर में जाकर गला रेत कर हत्या कर रहे हैं या गोली मार कर भाग खड़े हो रहे हैं। नक्सलवाद कब खत्म होगा, इसकी कोई तिथि नहीं बताई जा सकती, पर यह कहा जा सकता है कि अगले पांच वर्ष में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद नाम मात्र का रह जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी जल-जंगल जमीन को मानने वाले हैं, इसलिए उन्हें केंद्र में रखकर हमारी सरकार ने योजना बनाई। खेती को बढ़ावा देने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरु की, जिससे आदिवासी किसानों की जेब में पैसा जाना शुरु हुआ। अंदरुनी क्षेत्रों में सड़क, पुल-पुलिया बनाई। स्कूल बने। हाट बाजार क्लीनिक से उपचार मिलना शुरु हुआ। बस्तर में अस्पतालों का उन्नयन किया, जिससे अब पड़ोसी राज्य के लोग उपचार करवाने बस्तर आ रहे हैं। विकास कार्यों से सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है, जिससे नक्सलवाद पर अंकुश लगा है।