AIIMS; कैंसर रोगी को इंट्रा ल्यूमिनल ब्रेकीथैरेपी, 58 वर्षीय रोगी को एंडोस्कोपिक ट्यूब की मदद से रेडिएशन दिया गया
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में रायपुर निवासी 58 वर्षीय कैंसर रोगी को इंट्रा ल्यूमिनल ब्रेकीथैरेपी की मदद से राहत प्रदान की है। इस नई सुविधा के बाद अब कैंसर के गंभीर रोगियों को रेडिएशन के दुष्प्रभावों से बचाते हुए उन्हें त्वरित राहत प्रदान की जा सकेगी।
रायपुर निवासी 58 वर्षीय कैंसर के गंभीर रोगी को आहारनाल का कैंसर है। यह आहारनाल के बीच में स्थित है जो हृदय और फेफड़ों के पास है। प्रथम चरण में रोगी को बाह्य रेडिएशन थैरेपी दी गई जिससे आहारनाल का कैंसर ट्यूमर का आकार कम हुआ मगर अंदरूनी हिस्से में स्थित कैंसर का इलाज भी जरूरी था। रोगी फेफड़े की गंभीर बीमारी सीओपीडी से भी ग्रसित था जिससे सर्जरी संभव नहीं हो पा रही थी।
इसे देखते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ नंदा के निर्देशन में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की टीम में शामिल डॉ. शिव शंकर मिश्रा, एसआर और डॉ. स्वरूपा, जेआर एवं मेडिकल फिजिस्ट अंकित ने इंट्रा ल्युमिनल बेक्रीथैरेपी करने का निर्णय लिया। इसमें गले से आहारनाल में कैंसर के स्थान तक एक एंडोस्कोपिक ट्यूब डाली गई जिसकी मदद से कैंसर ट्यूमर को सटीकता के साथ विकिरण चिकित्सा प्रदान की गई। इसके बाद रोगी की हालत में काफी सुधार है और एक हफ्ते बाद पुनः यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
इस प्रक्रिया में सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. देबज्योति मोहंती और डॉ. चेतन आनंद ने भी भाग लिया। डॉ. नंदा के अनुसार यह एम्स में प्रथम बार है जब कैंसर रोगी को इस प्रकार इंट्रा ल्यूमिनल ब्रेकीथैरेपी प्रदान की गई है। इसकी मदद से अधिक सटीकता और कम से कम साइड इफेक्ट्स के साथ विकिरण चिकित्सा सुनिश्चित की जाती है। निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने चिकित्सकों की टीम को इस संयुक्त प्रयास के लिए बधाई दी है।