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MONSOON; छत्तीसगढ में मानसून की दस्तक 5 दिन पहले, 27 मई को केरल पहुंच सकता है

छत्तीसगढ

रायपुर, छत्तीसगढ़ में दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से 5 दिन पहले पहुंचने की संभावना है. सबसे पहले मानसून दक्षिणी हिस्से-सुकमा से पहुंचेगा और आगे बढ़ेगा. बता दें कि प्रदेश में आमतौर पर मानसून की दस्तक 13 जून के आसपास होती है. मौसम विभाग के अनुसार, इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून 7 दिन पहले यानि 27 मई को केरल पहुंच सकता है. इसके बाद अपने तय रास्ते से आगे बढ़ेगा. मौसम विभाग की माने तो साल 2025 में छत्तीसगढ़ में 5 दिन पहले मानसून की पहुंचने की संभावना है.

छत्तीसगढ़ में मानसून 7-8 जून तक पहुंच सकता है. सबसे पहले सुकमा जिले में मानसून की बारिश होगी. अनुमान है कि मानसून 10-11 जून तक राजधानी रायपुर को तरबतर कर देगा.आमतौर पर प्रदेश में मानसून की दस्तक की तारीख 13 जून है और जगदलपुर में सबसे पहले मानसून प्रवेश करता है. वहीं 16 जून तक रायपुर तक पहुंचता है और 21 जून को अंबिकापुर में पहुंचता है. 

छत्तीसगढ़ में आमतौर पर मानसून की दस्तक 13 जून के आसपास हो जाती है. हालांकि पिछले साल प्रदेश में मानसून का दस्तक थोड़ा पहले हुआ था. हालांकि एंट्री के 5 दिन तक मानसून सुकमा में अटका रहा और 5-6 दिन बाद आगे की ओर रुख किया था. बता दें कि सुकमा-बस्तर के रास्ते कांकेर, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर होते हुए मानसून अंबिकापुर पहुंचता है. मौसम विभाग की माने तो मानसून को पूरे प्रदेश में सक्रिय होने में 5 से 7 दिन लगता है.

साल 2024 में 6 दिन पहले मौसम की दस्तक

बता दें कि पिछले साल यानी साल 2024 में मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में दक्षिण पश्चिम मानसून के दस्तक देने की संभावना 12 से 15 जून के बीच जताई गई थी, लेकिन 6 दिन पहले यानी 8 जून को सुकमा में मानसून प्रवेश कर चुका था. वहीं साल 2023 की बात करें तो छत्तीसगढ़ में मानसून 21 जून को बस्तर में प्रवेश किया था और 22 जून तक अंबिकापुर में पहुंचा था.

आखिरी में सरगुजा संभाग में पहुंचता है मानसून

आमतौर पर बस्तर से प्रवेश करने वाला मानसून कांकेर, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर होते हुए सबसे आखिरी में सरगुजा, जशपुर पहुंचता है, क्योंकि यह राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में स्थित है और झारखंड और ओडिशा से लगा हुआ है.

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